पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या, विशेष जांच टीम गठित

गोपाल खेमका की हत्या की जांच शुरू
बिहार की राजधानी पटना में व्यवसायी गोपाल खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने जांच प्रक्रिया आरंभ कर दी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है, जो जल्द ही अपराधियों को पकड़ने का आश्वासन दे रही है। इस घटना ने व्यवसायी समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है, और कई लोग खेमका के निवास पर पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही, इस मुद्दे पर राजनीतिक चर्चाएं भी तेज हो गई हैं।
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने बताया कि गोपाल खेमका एक प्रतिष्ठित उद्योगपति थे, जिनकी हत्या अपराधियों ने की। बिहार पुलिस के डीजी ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और पटना सेंट्रल एसपी की अगुवाई में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। उन्होंने विश्वास दिलाया है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़कर सजा दी जाएगी। यह जानना भी आवश्यक है कि इस हत्या के पीछे का कारण क्या है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है। विपक्ष चाहे जो भी कहे, लेकिन यदि घटना हुई है, तो अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा। 2018 में भी उनके बेटे गुंजन खेमका की हत्या हुई थी, और उस मामले में भी अपराधियों को कानून के दायरे में लाया गया था।
कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश राठौड़ ने कहा कि पहले बेटे की हत्या और अब पिता की हत्या से यह स्पष्ट है कि बिहार में गुंडाराज का महातांडव चल रहा है। व्यापारी भय के कारण यहां से भाग रहे हैं और नए व्यापारी आने से कतराते हैं। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब इस्तीफा देना चाहिए या कम से कम गृह मंत्री का पद किसी युवा को सौंपना चाहिए।
ज्ञात हो कि, पटना में शुक्रवार रात को अपराधियों ने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या कर दी। घटना के बाद अपराधी मौके से फरार हो गए। बिहार पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस घटना की जानकारी साझा की थी।