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पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या: अजय वर्मा पर शक

बिहार चुनाव से पहले पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या ने हड़कंप मचा दिया है। पुलिस की जांच में बेउर जेल में बंद अजय वर्मा का नाम सामने आया है, जो राजनीति में आने की तैयारी कर रहा था। उसके खिलाफ कई गंभीर आरोप हैं, लेकिन पुलिस ने अभी तक उसकी संलिप्तता की पुष्टि नहीं की है। जानें इस मामले में क्या हो रहा है और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ क्या हैं।
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पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या: अजय वर्मा पर शक

पटना में व्यापारी की हत्या से मचा हड़कंप

बिहार चुनाव से पहले, पटना में व्यापारी गोपाल खेमका की हत्या ने शहर में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस की जांच अभी तक बिना किसी ठोस सबूत के चल रही है। हाल ही में, बेउर जेल में छापेमारी के दौरान पुलिस ने मोबाइल, सिम कार्ड और अन्य संदिग्ध सामान बरामद किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जेल में बंद एक व्यक्ति से पूछताछ की है।


अजय वर्मा का संदिग्ध कनेक्शन

गोपाल खेमका की हत्या में अजय वर्मा का नाम सामने आया है, जो बेउर जेल में बंद है। जानकारी के अनुसार, वह राजनीति में कदम रखने की योजना बना रहा था। उसके सोशल मीडिया प्रोफाइल पर कई तस्वीरें हैं, जिनमें वह एक राजनीतिक पार्टी से जुड़ने का दावा कर रहा है और कुम्हारार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त कर रहा है।


अजय वर्मा के खिलाफ कई मामले

हालांकि, पुलिस ने अभी तक अजय वर्मा की हत्या में संलिप्तता की पुष्टि नहीं की है। उस पर हत्या, अपहरण और सुपारी किलिंग जैसे गंभीर आरोप हैं। उसके खिलाफ डकैती और आर्म्स एक्ट के तहत भी मामले दर्ज हैं। जानकारी के अनुसार, उसके खिलाफ कुल 28 से अधिक मामले दर्ज हैं। उसे 24 जून 2025 को पटना से गिरफ्तार किया गया था, जब पुलिस ने उसके पास से एक जर्मन मेड पिस्टल और 98 कारतूस बरामद किए थे।


राजनीतिक प्रतिक्रिया

इस बीच, जनसुराज के अध्यक्ष प्रशांत किशोर ने इस हत्या के मामले में बिहार सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राज्य की कानून-व्यवस्था पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के शासन के समय के 'जंगल राज' जैसी स्थिति में है। किशोर ने यह भी कहा कि लालू यादव के शासन में अपराधियों का राज था, जबकि नीतीश कुमार के शासन में अधिकारियों का।