Newzfatafatlogo

परीक्षा पे चर्चा 2025: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुई सफलता

परीक्षा पे चर्चा 2025 ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपनी जगह बनाई है, जिसमें 3.53 करोड़ से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण किया। यह उपलब्धि न केवल छात्रों के तनाव को कम करने के प्रयासों को दर्शाती है, बल्कि भारत की शिक्षा प्रणाली की सशक्त छवि को भी वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करती है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने इसे गर्व का क्षण बताया है। जानें इस कार्यक्रम की विशेषताएँ और इसके पीछे की सोच।
 | 
परीक्षा पे चर्चा 2025: गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुई सफलता

परीक्षा पे चर्चा 2025 का उत्साह

'परीक्षा पे चर्चा 2025' को लेकर देशभर में एक अद्भुत उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह वार्षिक संवाद कार्यक्रम अब गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो गया है। यह उपलब्धि देश के युवाओं के साथ जुड़ाव और परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए सरकार के प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देती है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस सफलता पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी और इसे पूरे देश के लिए गर्व का क्षण बताया।


गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की उपलब्धि

'परीक्षा पे चर्चा 2025' को एक महीने में सबसे अधिक प्रतिभागियों के पंजीकरण के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम में कुल 3.53 करोड़ से अधिक वैध पंजीकरण हुए हैं। यह रिकॉर्ड नागरिक जुड़ाव मंच 'MyGov' पर हासिल किया गया है।


भारत का राष्ट्रीय गौरव

राष्ट्रीय गौरव का क्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे भारत के लिए गर्व का विषय बताया है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल हमारी शिक्षा प्रणाली की सशक्त छवि को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करती है, बल्कि छात्रों में तनावमुक्त शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयासों को भी अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाती है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को इस ऐतिहासिक सफलता के लिए बधाई दी।


शिक्षा और तकनीक का संगम

शिक्षा और तकनीक का संगम

यह उपलब्धि प्रधानमंत्री मोदी की उस सोच का परिणाम है, जिसमें शिक्षा को तकनीक से जोड़कर छात्रों के साथ संवाद को सशक्त किया गया है। शिक्षा मंत्रालय और 'MyGov' के सहयोग से 2018 से आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम ने हर साल लाखों छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को जोड़ने का कार्य किया है।


नई दिल्ली में प्रमाण पत्र का वितरण

नई दिल्ली में हुआ प्रमाण पत्र का वितरण

इस रिकॉर्ड की आधिकारिक घोषणा नई दिल्ली में एक विशेष समारोह के दौरान की गई, जिसमें गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक ऋषि नाथ द्वारा प्रमाण पत्र सौंपा गया। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, राज्य मंत्री जितिन प्रसाद, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार और 'MyGov' के सीईओ नंद कुमारम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।