पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच में हाई कोर्ट का महत्वपूर्ण आदेश
पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग से जुड़े एक बड़े भर्ती घोटाले की जांच में कलकत्ता हाई कोर्ट ने OMR शीट्स के संरक्षण का आदेश दिया है। यह आदेश CBI की जांच में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है। कोर्ट ने इन दस्तावेजों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता पर जोर दिया है, ताकि भविष्य में किसी भी कानूनी कार्यवाही में इनका उपयोग किया जा सके। जानें इस मामले में और क्या हुआ है और न्यायपालिका की भूमिका क्या है।
May 30, 2025, 15:25 IST
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पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग घोटाले की सुनवाई
पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (WBSSC) से संबंधित एक बड़े भर्ती घोटाले की जांच और सुनवाई में एक नया मोड़ आया है। कलकत्ता हाई कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रहा है, जिसमें सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती में व्यापक धांधली के आरोप लगाए गए हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) इस हाई-प्रोफाइल मामले की जांच कर रहा है। हाल ही में, हाई कोर्ट ने जांच प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेजों के संरक्षण पर जोर दिया है। ये दस्तावेज OMR शीट्स हैं, जिन पर उम्मीदवारों ने परीक्षाओं में अपने उत्तर दिए थे, और उनकी डिजिटल स्कैन कॉपियां।कोर्ट का मानना है कि ये OMR शीट्स और उनकी स्कैन की गई कॉपियां भर्ती प्रक्रिया में किसी भी संभावित गड़बड़ी का पता लगाने के लिए केंद्रीय सबूत हैं। CBI की जांच में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए इन दस्तावेजों का सुरक्षित रहना आवश्यक है। स्कैन की गई कॉपियां मूल OMR शीट्स के साथ मिलान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिससे किसी भी बदलाव की पहचान की जा सकती है। हाई कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि इन संवेदनशील दस्तावेजों को सावधानीपूर्वक संरक्षित किया जाए, ताकि भविष्य में किसी भी कानूनी कार्यवाही में इनका उपयोग किया जा सके। अदालत का यह आदेश न्यायपालिका की भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी सबूतों के महत्व को दर्शाता है। OMR शीट्स और उनकी स्कैन कॉपियों का संरक्षण CBI जांच के लिए एक महत्वपूर्ण आधार प्रदान करेगा।