पाकिस्तान और चीन का नया क्षेत्रीय संगठन: सार्क का भविष्य

पाकिस्तान और चीन का नया मंच
SAARC बनाम BIMSTEC: पाकिस्तान के एक समाचार पत्र की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान और चीन के बीच सार्क के स्थान पर एक नया संगठन स्थापित करने पर चर्चा चल रही है। इस्लामाबाद और बीजिंग के बीच वार्ता अब एक महत्वपूर्ण चरण में पहुँच चुकी है, क्योंकि दोनों देश मानते हैं कि क्षेत्रीय एकीकरण और संपर्क के लिए एक नए संगठन की आवश्यकता है।
नया समूह बनाने की प्रक्रिया
रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान और चीन सार्क के स्थान पर एक नया क्षेत्रीय समूह बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस्लामाबाद और बीजिंग के बीच वार्ता अब महत्वपूर्ण चरण में है, क्योंकि दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हैं कि क्षेत्रीय एकीकरण और संपर्क के लिए एक नया संगठन आवश्यक है।
हाल ही में चीन के कुनमिंग में पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश के बीच हुई त्रिपक्षीय बैठक इस कूटनीतिक प्रयास का हिस्सा थी। यह बैठक तीनों देशों के वरिष्ठ राजनयिकों की उपस्थिति में हुई थी, जिससे भारत में चिंता उत्पन्न हो गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अन्य दक्षिण एशियाई देशों को इस नए गठबंधन में शामिल होने के लिए प्रेरित करना था।
सार्क का परिचय
सार्क क्या है?
- दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में आर्थिक सहयोग और सामाजिक प्रगति को बढ़ावा देना है।
- इसका गठन 1985 में ढाका में हुआ था।
- संगठन का सचिवालय काठमांडू, नेपाल में स्थित है।
- सार्क संयुक्त राष्ट्र में पर्यवेक्षक के रूप में स्थायी राजनयिक संबंध बनाए रखता है।
- हालांकि, भारत और पाकिस्तान के बीच भू-राजनीतिक संघर्षों के कारण, सार्क कई वर्षों से निष्क्रिय है।
सार्क के सदस्य देश
सार्क के वर्तमान सदस्य कौन हैं?
वर्तमान में, सार्क में 8 सदस्य राष्ट्र हैं:
- अफ़ग़ानिस्तान
- बांग्लादेश
- भूटान
- भारत
- मालदीव
- नेपाल
- पाकिस्तान
- श्रीलंका
भारत और पाकिस्तान के संबंध
क्यों है यह मुद्दा महत्वपूर्ण?
भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में खटास के कारण पाकिस्तान को दक्षिण एशिया में एक नए क्षेत्रीय समूह पर विचार करने के लिए मजबूर होना पड़ा। नए संगठन का मुख्य उद्देश्य व्यापार और संपर्क को बढ़ावा देकर क्षेत्रीय भागीदारी को बढ़ाना है। भारत बिम्सटेक में सक्रिय है, जो सार्क का एक कार्यशील विकल्प बन चुका है।
भारत की भूमिका
क्या भारत को नए मंच पर आमंत्रित किया जाएगा?
विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भारत को नए प्लेटफॉर्म पर आमंत्रित किया जा सकता है। हालांकि, पाकिस्तान और भारत के बीच वर्तमान संबंधों को देखते हुए, यह संभावना कम है कि भारत इस नए समूह में शामिल होगा।