पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम: सऊदी अरब को उपलब्ध कराने की चर्चा
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में कहा कि उनका परमाणु कार्यक्रम जरूरत पड़ने पर सऊदी अरब को उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि, इस बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है। प्रवक्ता ने कहा कि यह एक आंतरिक मामला है और वे किसी अन्य देश के साथ समन्वय नहीं करते। इस बीच, पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच एक नया रक्षा समझौता भी हुआ है। जानें इस मुद्दे की पूरी जानकारी।
Sep 20, 2025, 17:11 IST
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पाकिस्तान के परमाणु बमों की स्थिति पर सवाल
पाकिस्तान के पास परमाणु बम हैं या नहीं, यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। यदि हैं, तो उनकी स्थिति क्या है? इस संदर्भ में, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में कहा कि उनके देश का परमाणु कार्यक्रम जरूरत पड़ने पर सऊदी अरब को उपलब्ध कराया जाएगा। हालांकि, उनके इस बयान के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है। जब इस बारे में पूछा गया, तो प्रवक्ता शफ़क़त अली ख़ान ने कहा कि यह एक आंतरिक मामला है और हम किसी के साथ समन्वय नहीं करते।
विदेश मंत्रालय की चुप्पी
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में सवाल उठाया कि क्या उनकी परमाणु नीति भारत-विशिष्ट है। प्रवक्ता ने जवाब में कहा कि उनका सिद्धांत एक आंतरिक मामला है और वे किसी अन्य देश के साथ समन्वय नहीं करते। उन्होंने यह भी कहा कि वे कई देशों के साथ रणनीतिक स्थिरता वार्ता करते हैं, लेकिन उनका विकसित सिद्धांत पूरी तरह से उनके अपने आंतरिक मामलों से संबंधित है।
सऊदी अरब के साथ रक्षा समझौता
ख्वाजा आसिफ ने एक इंटरव्यू में कहा कि जो क्षमताएं उनके पास हैं, वे सऊदी अरब को उपलब्ध कराई जाएंगी। यह टिप्पणी पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हाल ही में हुए रक्षा समझौते के बाद आई है, जिस पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने हस्ताक्षर किए थे।