पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री का ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ा खुलासा

ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने यह पुष्टि की है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत उनके दो महत्वपूर्ण एयरबेस कैंपों को नष्ट कर दिया है। ये कैंप रावलपिंडी में स्थित हैं - नूर खान और शोरकोट। 7 मई को भारत द्वारा की गई इस सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के 26 आम नागरिकों की जान गई थी। डार का यह बयान पाकिस्तानी सरकार द्वारा बार-बार हमले की बात से इनकार करने के बाद आया है। यह हमला पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद किया गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पर एक और महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है, जो सऊदी अरब के प्रिंस से संबंधित है। पाकिस्तान ने प्रिंस से अनुरोध किया था कि वह एस जयशंकर से बात करें और पाकिस्तान की ओर से रुकने की इच्छा व्यक्त करें।
डार ने पाकिस्तान की स्थिति का खुलासा किया
इशाक डार ने जियो न्यूज पर एक इंटरव्यू में भारत के हमलों को स्वीकार किया, जिसमें उनके दोनों ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमला तब हुआ जब पाकिस्तान जवाबी हमले की तैयारी कर रहा था, जिससे भारत की कार्रवाई स्पष्ट और तेज थी।
सऊदी अरब से मदद की मांग?
डार ने यह भी बताया कि भारतीय हमलों के 45 मिनट के भीतर सऊदी प्रिंस फैसल बिन सलमान से संपर्क किया गया था। उनका उद्देश्य था कि प्रिंस पाकिस्तान की ओर से जयशंकर से बात करें और स्थिति को शांत करने का प्रयास करें।
हमले का कारण
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई, जिसमें 25 भारतीय और 1 विदेशी शामिल थे। यह हमला 2008 के मुंबई हमले के बाद सबसे गंभीर माना गया था। इस हमले में आतंकियों ने पुरुषों को निशाना बनाकर गोलियों से भून दिया था। इस हमले का जवाब देने के लिए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था।
डार का कबूलनामा और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
जी हां, भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई पर कई सवाल उठाए गए थे। इसके लिए सबूतों की मांग की जा रही थी। हालांकि, भारत के प्रतिनिधियों ने कई देशों में जाकर ऑपरेशन की जानकारी साझा की थी। अब जब खुद पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने इस बात को स्वीकार कर लिया है, तो अब सबूतों की आवश्यकता नहीं रह गई है।