पाकिस्तान में तख्तापलट की अफवाहें: पत्रकार ने मोसाद पर लगाया आरोप
पाकिस्तान में हाल ही में एक संभावित सैन्य तख्तापलट की अफवाहें फैल गई हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की जगह सेना प्रमुख को नियुक्त किया जा सकता है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे अफवाह करार दिया, लेकिन पत्रकार हामिद मीर ने मोसाद पर आरोप लगाया है कि यह सब एक जासूसी योजना का हिस्सा है। मीर का दावा है कि मोसाद पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रहा है। गृह मंत्री ने इन खबरों का खंडन किया है।
Jul 13, 2025, 18:02 IST
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पाकिस्तान में तख्तापलट की अफवाहें
पाकिस्तान में पिछले दो दिनों से एक संभावित सैन्य तख्तापलट की चर्चा जोरों पर है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि मौजूदा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की जगह सेना प्रमुख को राष्ट्रपति बनाया जा सकता है। इन अफवाहों ने पाकिस्तानी नेतृत्व को डैमेज कंट्रोल की स्थिति में ला दिया है, क्योंकि सरकार इन खबरों को पूरी तरह से खारिज कर रही है।
पत्रकार का चौंकाने वाला आरोप
पत्रकार ने मोसाद पर मढ़ा आरोप, बताया 'जासूसी योजना'
हालांकि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इन खबरों को 'अफवाह' बताया था, लेकिन एक पाकिस्तानी पत्रकार ने एक चौंकाने वाला 'षड्यंत्र सिद्धांत' पेश किया है। जियो न्यूज़ नेटवर्क के प्रमुख पत्रकार हामिद मीर ने दावा किया है कि जरदारी की जगह सेना प्रमुख को राष्ट्रपति बनाने के लिए संभावित संवैधानिक संशोधन की चर्चा के पीछे इजरायली जासूसी एजेंसी मोसाद का हाथ है।
मीर का दावा
मीर ने अपने 'एक्स' हैंडल पर कहा कि यह अफवाह 'राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख से जुड़ी सत्ता त्रिमूर्ति के खिलाफ मोसाद की जासूसी योजना' का हिस्सा है। उन्होंने आगे कहा, '12 दिनों के युद्ध में इस्लामी गणराज्य ईरान को पाकिस्तान के स्पष्ट समर्थन से ज़ायोनी शासन (इजरायल) बेहद नाराज़ है। मोसाद इस्लामाबाद में सत्ता त्रिमूर्ति में से एक की हत्या की योजना बना रहा है, और इसका पर्दाफाश हो गया है।' मीर ने यह भी कहा कि उनके पास अपनी बात साबित करने के लिए खुफिया जानकारी है, लेकिन उन्होंने सिद्धांत का कोई विस्तृत खुलासा नहीं किया।
जरदारी और ईरान कनेक्शन
जरदारी और ईरान कनेक्शन पर भी दावा
मीर ने यह भी कहा कि 2008 से 2013 के बीच राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान जरदारी का रुख़ किसी भी पाकिस्तानी के सीरियाई विपक्षी खेमे में शामिल होने के खिलाफ था। मीर के अनुसार, 'जरदारी चीन की मदद से तेहरान (ईरान) और रियाद (सऊदी अरब) के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रहे थे, जिसके चलते मोसाद ने उनके खिलाफ आंतरिक अराजकता और व्यक्तित्व विनाश की रणनीति अपनाई।'
गृह मंत्री का खंडन
गृह मंत्री ने खबरों का खंडन किया
पाकिस्तान के गृह मंत्री सैयद मोहसिन नक़वी ने भी राष्ट्रपति के इस्तीफे और उनकी जगह सेना प्रमुख को नियुक्त करने की मांग वाली खबरों का कड़ा खंडन किया है। उन्होंने कहा, 'हम इस झूठे विमर्श में शामिल लोगों से कहते हैं कि शत्रुतापूर्ण विदेश सेवा के सहयोग से आप जो चाहें करें, और हम पाकिस्तान को फिर से मज़बूत बनाने के लिए जो भी ज़रूरी होगा, करेंगे।'