पी. चिदंबरम ने ऑपरेशन ब्लू स्टार पर उठाए सवाल, इंदिरा गांधी को अकेले दोषी नहीं ठहराया

ऑपरेशन ब्लू स्टार पर पी. चिदंबरम की टिप्पणी
नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह एवं वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन का निर्णय केवल इंदिरा गांधी का नहीं था, बल्कि इसमें सेना, पुलिस, इंटेलिजेंस और नौकरशाही की भी भूमिका थी। चिदंबरम ने पत्रकार हरिंदर बावेजा की किताब ‘दे विल शूट यू मैडम’ पर चर्चा करते हुए कहा कि ऑपरेशन का तरीका गलत था और इसे बिना सेना के भी अंजाम दिया जा सकता था।
खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव 2025 में बोलते हुए, चिदंबरम ने कहा कि स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त करने के लिए ऑपरेशन ब्लैक थंडर एक बेहतर विकल्प था। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इंदिरा गांधी ने इस ऑपरेशन की कीमत अपनी जान देकर चुकाई। चिदंबरम ने स्पष्ट किया कि इस मामले में केवल इंदिरा गांधी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
VIDEO | Senior Congress leader and former Home Minister P Chidambaram says, "No disrespect to any military officers here but that (Blue Star) was a wrong way to retrieve the Golden Temple. Few years later, we showed the right way to retrieve the Golden Temple by keeping out the… pic.twitter.com/ZuA87mbxYO
— Press Trust of India (@PTI_News) October 12, 2025
1983 में जरनैल सिंह भिंडरावाला ने स्वर्ण मंदिर पर कब्जा कर लिया था, जिसके बाद 5 जून 1984 को ऑपरेशन ब्लू स्टार शुरू किया गया। इस सैन्य अभियान में भिंडरावाला और उसके कई समर्थकों को मारा गया। यह अभियान 1 से 10 जून 1984 तक चला। इसके बाद इंदिरा गांधी की हत्या और सिख विरोधी दंगों की घटनाएं हुईं, जिसमें हजारों सिखों की जान गई।