पीएम मोदी ने लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर दी स्पष्टता, कहा कोई नेता नहीं बोला रोकने के लिए

ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी का बयान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी के सवालों का जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि किसी भी विदेशी नेता ने भारत से ऑपरेशन रोकने का अनुरोध नहीं किया। हालांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा। 9 तारीख की रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने मुझसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन मैं अपनी सेना के साथ बैठक में व्यस्त था। बाद में मैंने उन्हें कॉल बैक किया, जहां उन्होंने बताया कि पाकिस्तान एक बड़ा हमला करने की योजना बना रहा है। मैंने कहा कि अगर पाकिस्तान ऐसा करता है, तो उसे इसका गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा। मैंने यह भी कहा कि हम गोली का जवाब गोले से देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि 9 और 10 मई की रात को हमने पाकिस्तान की सैन्य ताकत को नष्ट कर दिया था। अब पाकिस्तान जानता है कि भारत का हर जवाब पहले से अधिक प्रभावी होता है। उन्हें यह भी समझ में आ गया है कि भविष्य में अगर कोई समस्या आती है, तो भारत किसी भी कदम उठाने में संकोच नहीं करेगा। इसलिए मैं फिर से इस लोकतंत्र के मंदिर में दोहराना चाहता हूं कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है। अगर पाकिस्तान ने दुस्साहस किया, तो उसे कड़ा जवाब दिया जाएगा। एक ओर भारत आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से बढ़ रहा है, वहीं कांग्रेस अब भी मुद्दों के लिए पाकिस्तान पर निर्भर हो रही है।
जब पायलट अभिनंदन पकड़े गए थे, तो पाकिस्तान में खुशी का माहौल था, क्योंकि उनके हाथ भारतीय पायलट लगा था। लेकिन यहां कुछ लोग कह रहे थे कि 'अब मोदी फंसा है, देखते हैं वह क्या करेगा।' अभिनंदन को डंके की चोट पर वापस लाया गया। पहलगाम हमले के बाद जब हमारे बीएसएफ का एक जवान पाकिस्तान के कब्जे में गया, तो कुछ लोगों ने सोचा कि अब मोदी की फजीहत होगी। लेकिन वह जवान भी सम्मान के साथ वापस आया।
पीएम मोदी ने कहा कि सेना के प्रति नकारात्मकता कांग्रेस का पुराना रवैया है। हाल ही में देश ने कारगिल विजय दिवस मनाया, लेकिन कांग्रेस ने न तो इसे अपनाया है, न ही इसका गौरव किया है। कांग्रेस का भरोसा पाकिस्तान के रिमोट कंट्रोल पर निर्भर है।
उन्होंने आगे कहा कि कल हमारे सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन 'महादेव' को सफलतापूर्वक अंजाम दिया और पहलगाम हमले के तीनों आतंकियों को मार गिराया। लेकिन कल पूछा गया कि यह ऑपरेशन क्यों हुआ, क्या सावन के सोमवार का इंतजार किया गया था। पिछले कई हफ्तों से आतंकियों के बारे में सवाल उठाए जा रहे थे, और जब उन्हें मारा गया तो यह सवाल उठाया गया कि ऐसा कल ही क्यों हुआ।