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पुतिन का पश्चिमी देशों पर हमला: ट्रंप और नाटो पर बयान

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में सोची में एक चर्चा के दौरान पश्चिमी देशों और अमेरिका पर तीखा हमला किया। उन्होंने नाटो की भूमिका को उजागर करते हुए कहा कि रूस अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा। पुतिन ने ट्रंप के 'कागजी शेर' वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी और भारत तथा ब्रिक्स देशों के समर्थन की बात की। इस चर्चा में पुतिन ने यूरोप में युद्ध के डर को फैलाने के लिए यूरोपीय नेताओं की आलोचना की।
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पुतिन का पश्चिमी देशों पर हमला: ट्रंप और नाटो पर बयान

पुतिन का नाटो और अमेरिका पर बयान

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोची में वल्दाई डिस्कशन क्लब के मंच से पश्चिमी देशों और अमेरिका पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में नाटो पहले से ही शामिल है और रूस अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार है। पुतिन ने यूरोप के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे अपने घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए युद्ध का भय फैला रहे हैं। उनका कहना था कि यूरोप में युद्ध का डर बढ़ रहा है, लेकिन रूसी सेना आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही है और युद्ध के मैदान में शक्ति संतुलन अभी भी रूस के पक्ष में है.


पुतिन का अमेरिका के साथ संबंध

पुतिन ने अमेरिका के साथ संबंधों पर कहा कि उनके और वाशिंगटन के बीच मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन इनका समाधान शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। उन्होंने ट्रंप के 'कागजी शेर' वाले बयान पर भी तंज कसा।


पश्चिमी देशों पर पुतिन का प्रहार

पुतिन ने कहा कि यूरोप के नेता अपने घरेलू मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए युद्ध का भय फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि नाटो पहले से ही रूस-यूक्रेन युद्ध में शामिल है, लेकिन रूसी सेना आत्मविश्वास से आगे बढ़ रही है। पुतिन ने अमेरिका के साथ मतभेदों को स्वाभाविक बताया, लेकिन शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया। उन्होंने ट्रंप की नीति की प्रशंसा की और कहा कि रूस भी अपने हितों के अनुसार कार्य करेगा।


ट्रंप के 'कागजी शेर' पर टिप्पणी

जब ट्रंप द्वारा रूस को 'कागजी शेर' कहने के बारे में पूछा गया, तो पुतिन ने कहा कि मास्को केवल यूक्रेन से ही नहीं, बल्कि पूरे नाटो गुट से लड़ रहा है। उन्होंने सवाल किया, 'हम पूरे नाटो गुट के खिलाफ लड़ाई कर रहे हैं और आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन हम एक कागजी शेर हैं; नाटो खुद क्या है?' व्हाइट हाउस ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।


भारत और ब्रिक्स देशों का समर्थन

पुतिन ने भारत और ब्रिक्स देशों का समर्थन किया और कहा कि ये देश एक न्यायपूर्ण विश्व के निर्माण की दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने यूरोप में सैन्यीकरण और नाटो की गतिविधियों पर चिंता जताई और कहा कि रूस इसके जवाब के लिए तैयार है। पुतिन ने अमेरिका को यूरेनियम निर्यात जारी रखने की पुष्टि की और रूस के परमाणु कवच पर भरोसा जताया.