पुतिन की भारत यात्रा: रणनीतिक गहराई और उनकी कोर टीम का महत्व
पुतिन की भारत यात्रा का महत्व
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हालिया यात्रा ने यह स्पष्ट किया है कि अंतरराष्ट्रीय तनाव, पश्चिमी दबाव और यूक्रेन युद्ध के बावजूद, भारत और रूस के बीच संबंधों में एक विशेष रणनीतिक गहराई मौजूद है। इस यात्रा की खासियत पुतिन की कोर टीम है, जिसे अक्सर 'आयरन सर्किल' कहा जाता है। यह टीम विश्व के किसी अन्य नेता की तुलना में अधिक गोपनीय, प्रभावशाली और वफादार मानी जाती है।
पुतिन की कोर टीम की संरचना
पुतिन की सत्ता में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके विश्वासपात्रों के अलावा किसी अन्य का उनके पास पहुंचना लगभग असंभव है। उनकी सुरक्षा व्यवस्था और बैठकों की व्यवस्थाएं इतनी सीमित हैं कि नए व्यक्तियों का प्रवेश एक कठिन कार्य है। यह सब उनकी कोर टीम के कारण संभव है, जिस पर पुतिन ने दो दशकों से अधिक समय से भरोसा किया है।
मुख्य सदस्य: निकोलाई पत्रुशेव
इस टीम में सबसे प्रमुख नाम निकोलाई पत्रुशेव का है। वह पुतिन के रणनीतिकार और विश्वासपात्र हैं। पत्रुशेव रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव हैं और उनकी पहचान एक कट्टर एंटी-वेस्ट राष्ट्रवादी के रूप में होती है। पुतिन के लिए वह एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायक होते हैं।
इगोर सेचिन: ऊर्जा राजनीति का सम्राट
इगोर सेचिन, जिन्हें 'डार्क फिक्सर' कहा जाता है, रूस की ऊर्जा राजनीति के सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक हैं। वह पुतिन के सबसे पुराने सहयोगियों में से हैं और उनकी वफादारी के कारण पुतिन उन पर खुलकर भरोसा करते हैं।
दिमित्री मेदवेदेव और सर्गेई शोइगू
दिमित्री मेदवेदेव, जो एक समय रूस के राष्ट्रपति रह चुके हैं, अब सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष हैं। उन्हें पुतिन का राजनीतिक 'स्टेबलाइज़र' माना जाता है। वहीं, सर्गेई शोइगू, रूस के रक्षा मंत्री हैं, जिनका प्रभाव यूक्रेन युद्ध और अन्य सैन्य अभियानों में महत्वपूर्ण है।
अन्य महत्वपूर्ण सदस्य
अलेक्ज़ेंडर बोर्तनिकोव, एफएसबी के प्रमुख हैं, जो पुतिन की सुरक्षा व्यवस्था का अंतिम निर्णय लेते हैं। विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और राष्ट्रपति कार्यालय के चीफ ऑफ स्टाफ अंतोन वैनो भी इस टीम के महत्वपूर्ण सदस्य हैं।
पुतिन तक पहुंचने की चुनौतियाँ
पुतिन तक पहुंचना कठिन क्यों है? उनके सुरक्षा घेरे की अनोखी संरचना इसे और भी जटिल बनाती है। रूस के सत्ता गलियारों में कहा जाता है कि 'पुतिन की टीम में शामिल होना संभव है, लेकिन पुतिन तक पहुँचना नहीं।'
भारत यात्रा के दौरान कोर टीम का महत्व
भारत यात्रा के दौरान भी पुतिन की कोर टीम उनकी हर नीति और संवाद का संचालन करती है। विश्व राजनीति में पुतिन एक पहेली की तरह हैं, और उनकी कोर टीम उस पहेली की सबसे गुप्त परत है।
