पूर्व मार्कोस कमांडो ने राज ठाकरे के बयान की की आलोचना
महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर चल रहे विवाद में पूर्व मार्कोस कमांडो प्रवीण तेवतिया ने राज ठाकरे के बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने 2008 के मुंबई हमलों के दौरान अपनी बहादुरी का जिक्र करते हुए ठाकरे के कथनों पर सवाल उठाए। तेवतिया ने सोशल मीडिया पर अपने विचार साझा किए और ठाकरे के कार्यकर्ताओं की भूमिका पर भी सवाल उठाए। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और तेवतिया का क्या कहना है।
Jul 7, 2025, 01:15 IST
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महाराष्ट्र में मराठी भाषा का विवाद
पूर्व मार्कोस कमांडो प्रवीण तेवतिया ने राज ठाकरे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। महाराष्ट्र में मराठी भाषा को लेकर हाल ही में विवाद बढ़ गया है। यह मुद्दा तब और गरमाया जब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने एक दुकानदार की पिटाई की। इसके बाद, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि थप्पड़ मारने पर वीडियो न बनाएं।
प्रवीण तेवतिया का परिचय
प्रवीण तेवतिया, जो उत्तर प्रदेश के निवासी हैं, ने 2008 के मुंबई हमलों के दौरान आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने ताज होटल पर कब्जा करने वाले आतंकवादियों को भगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 26/11 के हमलों के दौरान, उन्होंने अपनी टीम का नेतृत्व किया और इस ऑपरेशन में उन्हें चार गोलियां लगी थीं।
सोशल मीडिया पर प्रवीण का बयान
I saved Mumbai on 26/11.
I bleed for Maharashtra.
I’m from UP.
I saved the Taj Hotel.
Where were Raj Thakre’s so Called Warriors?
Don’t divide the Nation.
Smiles don’t require any Language. https://t.co/z8MBcdcTAW pic.twitter.com/uZAhM4e6Zq— Adv Praveen Kumar Teotia (@MarcosPraveen) July 5, 2025
राज ठाकरे का विवादास्पद बयान
‘2008 में मुंबई हमले के दौरान तथाकथित योद्धा कहां थे?’
प्रवीण ने इस मुद्दे पर कमांडो ड्रेस में एक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने पूछा कि 2008 में मुंबई में त्रासदी के समय तथाकथित योद्धा कहां थे। उन्होंने कहा, "मैं महाराष्ट्र के लिए खून बहाता हूं। मैं यूपी से हूं। मैंने ताज होटल को बचाया। राज ठाकरे के योद्धा कहां थे? देश को मत बांटो। मुस्कुराहट के लिए किसी भाषा की जरूरत नहीं होती।"
राज ठाकरे का वीडियो बनाने पर बयान
अगर किसी को पीटते हैं, तो घटना का वीडियो न बनाएं – राज ठाकरे
राज ठाकरे का यह बयान कि "वीडियो मत बनाओ जब मार रहे हो" अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को यह सलाह दी है कि पिटाई करते समय वीडियो रिकॉर्ड न करें। यह टिप्पणी उस समय आई जब हाल ही में मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा एक फूड स्टॉल वाले को पीटने का वीडियो वायरल हुआ था।