प्रधानमंत्री मोदी का अंतर्राष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन में महिलाओं की उपलब्धियों पर गर्व और पाकिस्तान को चेतावनी
 
                           
                        महिलाओं की उपलब्धियों पर गर्व
नई दिल्ली: शुक्रवार को आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आर्य महासम्मेलन 2025 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की महिलाओं की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया और पाकिस्तान को एक अप्रत्यक्ष संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि भारत की बेटियां अब हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, चाहे वह विज्ञान, कृषि या रक्षा का क्षेत्र हो।
स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह का उल्लेख
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरने का जिक्र किया, जिसमें उनकी साथी स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह थीं। उन्होंने कहा कि आज की बेटियां न केवल लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं, बल्कि 'ड्रोन दीदी' बनकर आधुनिक कृषि में भी योगदान दे रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दुनिया में सबसे अधिक महिला STEM स्नातक भारत में हैं, जो महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का संकेत है।
ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान को संदेश
अपने संबोधन में, प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अब अपनी सीमाओं की रक्षा में और अधिक सक्षम हो गया है। उन्होंने बिना नाम लिए पाकिस्तान को चेतावनी दी कि आज की बेटियां लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं। यह नया भारत है, जो अपनी शक्ति को प्रदर्शित करने में पीछे नहीं हटता।
आर्य समाज के योगदान पर श्रद्धांजलि
महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती और आर्य समाज की 150 वर्षों की सेवा के उपलक्ष्य में आयोजित इस सम्मेलन को प्रधानमंत्री ने 'ज्ञान ज्योति महोत्सव' का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गुजरात में दयानंद सरस्वती जी की जन्मस्थली पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इससे पहले, दिल्ली में उनकी 200वीं जयंती समारोह का उद्घाटन करने का अवसर मिला। तब हमने तय किया था कि यह एक अखंड बौद्धिक यज्ञ होगा, जो आज भी उसी समर्पण के साथ जारी है।
महिलाओं की भूमिका और आत्मनिर्भर भारत
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की नारी शक्ति अब समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। गर्व से कहा जा सकता है कि भारत की महिलाएं आज रक्षा, विज्ञान और नवाचार के हर क्षेत्र में नेतृत्व कर रही हैं। आत्मनिर्भर भारत का सपना तभी साकार होगा जब हमारी बेटियां समान भागीदारी निभाएंगी।
अपने संबोधन के अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामी दयानंद सरस्वती को नमन करते हुए कहा कि आर्य समाज ने भारतीय समाज को जागरूकता, शिक्षा और समानता का जो संदेश दिया, वही भारत की नई दिशा का आधार बन रहा है।
