प्रधानमंत्री मोदी का स्वतंत्रता दिवस भाषण: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण घोषणाएं

प्रधानमंत्री का ऐतिहासिक संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से 12वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। उन्होंने अपने भाषण में पिछले 11 वर्षों में उनकी सरकार द्वारा किए गए कार्यों की निरंतरता और उपलब्धियों का उल्लेख किया। मोदी ने कहा कि भारत की आधारभूत संरचना अब इतनी मजबूत हो गई है कि देश विकास की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।
आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री ने ऊर्जा से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा तक आत्मनिर्भरता की दिशा में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने भारत के लिए एक स्पेस स्टेशन बनाने की योजना का ऐलान किया और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों की भी बात की। इसके साथ ही, उन्होंने जीएसटी में बदलाव की घोषणा की, जिससे आम लोगों और कारोबारियों को राहत मिलेगी।
जीएसटी में बदलाव
प्रधानमंत्री ने दिवाली पर दोहरी खुशियों का वादा करते हुए जीएसटी के ढांचे में बड़े बदलाव की बात की। उन्होंने कहा कि सरकार टैक्स स्लैब को कम करने पर विचार कर रही है, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी। यह बदलाव जीएसटी के आठ साल पूरे होने पर किया जा रहा है।
डेमोग्राफी मिशन की घोषणा
प्रधानमंत्री ने घुसपैठियों की समस्या का जिक्र करते हुए एक उच्चाधिकार प्राप्त डेमोग्राफी मिशन की घोषणा की। यह मिशन घुसपैठियों की समस्या का अध्ययन करेगा और इससे निपटने के उपाय सुझाएगा।
सुरक्षा के लिए सुदर्शन चक्र
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा के लिए सुदर्शन चक्र योजना की घोषणा की, जो भारत को हर प्रकार के हमलों से सुरक्षित रखेगी। यह योजना भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों और लोक सेवा से जुड़े संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।
आर्थिक सुधारों की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री ने भारत में कई क्षेत्रों में सुधारों की आवश्यकता की बात की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पिछले 11 वर्षों से लगातार सुधार कर रही है और आगामी सुधार विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में भारत की गति को तेज करेंगे।
स्पेस और सेमीकंडक्टर में भारत की ताकत
प्रधानमंत्री ने स्पेस और सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत को एक बड़ी ताकत बनाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि भारत का पहला स्वदेशी चिप इस साल बाजार में आएगा।
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब आतंकवादियों और उनके समर्थकों को एक समान देखेगा। उन्होंने कहा कि पानी और खून एक साथ नहीं बह सकता है।
रोजगार योजनाओं की घोषणा
प्रधानमंत्री ने युवाओं के लिए विकसित भारत रोजगार योजना की शुरुआत की, जिसके तहत सरकार एक लाख करोड़ रुपए खर्च करेगी। इस योजना का उद्देश्य युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाना है।
ऊर्जा में आत्मनिर्भरता
प्रधानमंत्री ने भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कदम उठाने की बात की। उन्होंने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को बढ़ावा देने और समुद्र मंथन अभियान की घोषणा की।
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की प्रशंसा
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की स्थापना के सौ वर्ष पूरे होने का जिक्र करते हुए इसके योगदान की प्रशंसा की। उन्होंने इसे दुनिया का सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन बताया।