प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी चेतावनी: आतंकवादियों को मिलेगा करारा जवाब

प्रधानमंत्री मोदी का आतंकवाद पर सख्त संदेश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के काराकाट में आयोजित एक जनसभा में पाकिस्तान और आतंकवादियों को स्पष्ट चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की ताकत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यह दर्शाता है कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई न तो रुकी है और न ही रुकेगी।
'अगर दुश्मन ने सिर उठाया, तो उसे कुचला जाएगा'
आतंकवाद की तुलना जहरीले सांप से
प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद की तुलना एक जहरीले सांप से करते हुए कहा, "यदि वह फिर से सिर उठाएगा, तो उसे उसके बिल से बाहर निकालकर कुचल दिया जाएगा।" उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब किसी भी आतंकी हमले को सहन नहीं करेगा और जवाब देने में संकोच नहीं करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभावी जवाब
जम्मू-कश्मीर हमले का संदर्भ
मोदी ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि वे बिहार आए थे और शहीदों के परिवारों से मिले थे। उन्होंने वादा किया था कि "अपराधियों को ऐसी सजा मिलेगी जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।" अब वे उस वादे को निभाने के लिए लौटे हैं।
भारत की बेटियों की ताकत का प्रदर्शन
सिंदूर की शक्ति का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और दुनिया ने भारत की बेटियों के सिंदूर की ताकत देखी है। उन्होंने कहा कि "जो आतंकवादी पहले पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में सुरक्षित महसूस करते थे, अब वे घुटनों पर आ चुके हैं।"
सैन्य प्रतिष्ठानों पर सीधा हमला
नए भारत की पहचान
मोदी ने गर्व से बताया कि भारतीय सेना ने आतंकवादी ठिकानों के साथ-साथ पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों और एयरबेस को भी निशाना बनाया। उन्होंने कहा, "यह नया भारत है, जो अपने दुश्मनों को उनके घर में जाकर सबक सिखाता है।"
शहीदों को श्रद्धांजलि
बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर को नमन
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने बिहार के सारन जिले के बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज को श्रद्धांजलि दी, जो जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से लड़ते हुए शहीद हुए थे। मोदी ने उनकी वीरता की तुलना 1857 की आज़ादी की पहली लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभाने वाले वीर कुंवर सिंह से की।
विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
50,000 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने लगभग 50,000 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं से क्षेत्रीय बुनियादी ढांचे को मजबूती मिलेगी और रोजगार तथा सामाजिक विकास को नई दिशा मिलेगी।