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प्रधानमंत्री मोदी की दक्षिण अफ्रीका यात्रा: जी20 शिखर सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण अफ्रीका में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए यात्रा की है। इस सम्मेलन में वे भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे, जो 'वसुधैव कुटुंबकम' और 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' के सिद्धांतों पर आधारित है। पीएम मोदी तीन महत्वपूर्ण सत्रों को संबोधित करेंगे, जिसमें समावेशी विकास और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, वे भारतीय समुदाय से मिलने के लिए भी उत्सुक हैं। जानें इस सम्मेलन का महत्व और पीएम मोदी की योजनाओं के बारे में।
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प्रधानमंत्री मोदी की दक्षिण अफ्रीका यात्रा: जी20 शिखर सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण

जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे पीएम मोदी


  • पीएम मोदी ने कहा - मैं सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करूंगा, जो हमारे ‘वसुधैव कुटुंबकम’ और ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के सिद्धांतों के अनुरूप है।


जोहान्सबर्ग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका पहुंचे हैं, जहां वे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। यह सम्मेलन वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए आयोजित किया जा रहा है। पीएम मोदी इस समिट में कई प्रमुख वैश्विक नेताओं से मुलाकात करेंगे। उन्होंने यात्रा से पहले कहा कि वे भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे, जो हमारे आदर्शों के अनुरूप है।


भारत का दृष्टिकोण जी20 एजेंडे पर

यह जी20 शिखर सम्मेलन ‘ग्लोबल साउथ’ में आयोजित होने वाला चौथा सम्मेलन है, जो आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करता है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि पीएम मोदी इस सम्मेलन में भारत का दृष्टिकोण पेश करेंगे। यह उनका दक्षिण अफ्रीका का चौथा आधिकारिक दौरा है, जिसमें पहले भी उन्होंने बाइलेटरल दौरे और ब्रिक्स समिट में भाग लिया है।


पीएम मोदी के संबोधन के विषय

विदेश मंत्रालय के सचिव सुधाकर दलेला के अनुसार, जी20 एक महत्वपूर्ण मंच है, जिसमें पिछले सत्रों में हुए समझौतों और नई पहलों पर चर्चा की जाएगी। पीएम मोदी तीन सत्रों को संबोधित कर सकते हैं, जिनमें समावेशी और सतत आर्थिक विकास, आपदा जोखिम में कमी, जलवायु परिवर्तन, और निष्पक्ष भविष्य जैसे विषय शामिल हैं।


भारतीय समुदाय से मिलने की इच्छा

इस वर्ष के जी20 सम्मेलन की थीम एकजुटता, समानता और स्थिरता है। पीएम मोदी 6वीं आईबीएसए (इंडिया-ब्राजील-साउथ अफ्रीका) समिट में भी शामिल होंगे, जहां तीनों देशों के बीच सहयोग और विकास पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि वे वहां भारतीय समुदाय से मिलने के लिए उत्सुक हैं।


सम्मेलन का महत्व

दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मूल के लोगों की बड़ी संख्या है। पीएम मोदी ने कहा कि यह सम्मेलन कई मायनों में महत्वपूर्ण है। उन्होंने याद दिलाया कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता दी गई थी, और अब यह सम्मेलन अफ्रीका में आयोजित होना उस ऐतिहासिक कदम को और मजबूत बनाता है।