प्रधानमंत्री मोदी की नई रोजगार योजना: 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश

Viksit Bharat Rozgaar Yojna की शुरुआत
Viksit Bharat Rozgaar Yojna: 79वें स्वतंत्रता दिवस पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए 1 लाख करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना की शुरुआत की घोषणा की। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देशभर में रोजगार के अवसरों का सृजन करना, आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना और युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा देना है।
युवाओं के लिए वित्तीय सहायता
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि युवाओं को हर महीने 15 हजार रुपये दिए जाएंगे, जिससे वे अपने करियर और कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित कर सकें। यह योजना विभिन्न क्षेत्रों, विशेषकर उच्च विकास क्षमता वाले उद्योगों पर केंद्रित होगी। इसके अंतर्गत न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि कौशल विकास, स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन और उद्यमिता को मजबूत करने पर भी ध्यान दिया जाएगा। यह योजना 1 अगस्त 2025 से शुरू होकर 31 जुलाई 2027 तक चलेगी।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
योजना की मुख्य बातें
- 1 लाख करोड़ रुपये का कोष तैयार किया जाएगा, जिससे उद्योगों और सेवा क्षेत्रों में नई नौकरियों का सृजन होगा।
- निर्माण, सूचना प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, कृषि-प्रसंस्करण, पर्यटन और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- युवाओं के लिए विशेष प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
- उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए कम ब्याज दर पर ऋण और तकनीकी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
- भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में योगदान।
युवाओं की क्षमता का उपयोग
हर युवा की क्षमता का पूरा उपयोग
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि देश का हर युवा अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सके और भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाने में योगदान दे। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था में संतुलित विकास होगा।
रोजगार के अवसरों की भरमार
करोड़ों युवाओं को रोजगार के अवसर
सरकार का अनुमान है कि इस योजना के तहत आने वाले 5 वर्षों में करोड़ों युवाओं को सीधा रोजगार मिलेगा, जबकि अप्रत्यक्ष रूप से इससे जुड़े क्षेत्रों में भी लाखों अवसर उत्पन्न होंगे।
आर्थिक विकास में योगदान
भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारतीय अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा देगी और वैश्विक निवेशकों के लिए भारत को और आकर्षक बनाएगी। प्रधानमंत्री ने सभी नागरिकों से इस योजना का लाभ उठाने और देश के विकास में सक्रिय योगदान देने की अपील की।