प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक नीति पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से की चर्चा

प्रधानमंत्री मोदी की महत्वपूर्ण बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 7 लोक कल्याण मार्ग पर उन सर्वदलीय प्रतिनिधियों से मुलाकात की, जिन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया। इस बैठक में कांग्रेस के शशि थरूर, जेडी(यू) के संजय झा, भाजपा के रविशंकर प्रसाद और अन्य प्रमुख नेता शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडलों का उद्देश्य
भारत सरकार ने सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों का गठन किया, जिनका नेतृत्व सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी भारत गठबंधन के प्रमुख नेताओं ने किया। इन प्रतिनिधिमंडलों का मुख्य उद्देश्य यह स्पष्ट करना था कि भारत आतंकवाद के प्रति किसी भी प्रकार की सहिष्णुता नहीं रखता।
प्रतिनिधियों की यात्रा
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi today hosted members of various delegations who went to various countries, at 7, Lok Kalyan Marg. Delegation members talked about their meetings in different nations.
— News Media (@NewsMedia) June 10, 2025
The delegations, consisting of MPs from across party lines,… pic.twitter.com/5kR6cjuoNe
प्रतिनिधियों में भाजपा के बैजयंत पांडा, शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, डीएमके की कनिमोझी और एनसीपी (सपा) की सुप्रिया सुले जैसी प्रमुख हस्तियां शामिल थीं। उन्होंने विभिन्न देशों में जाकर भारत की नीति का प्रचार किया और शांति के प्रति देश की प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया।
प्रधानमंत्री मोदी की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर सभी प्रतिनिधियों से मुलाकात की और वैश्विक स्तर पर भारत की आवाज़ को मजबूती से रखने के लिए उनकी सराहना की। इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी प्रतिनिधियों से संवाद किया था।
भारत-पाक संबंधों में तनाव
यह अभियान तब शुरू हुआ जब भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसके कारण भारत-पाक संबंधों में तनाव और सैन्य गतिरोध उत्पन्न हुआ।