प्रधानमंत्री मोदी ने हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में 'ट्रांसफॉर्मिंग टुमॉरो' पर चर्चा की
प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस बार समिट की थीम 'ट्रांसफॉर्मिंग टुमॉरो' है।
उन्होंने कहा कि जब हम ट्रांसफॉर्मिंग टुमॉरो की बात करते हैं, तो यह देश को यह विश्वास दिलाता है कि भारत में हो रहे परिवर्तन केवल संभावनाओं की बात नहीं हैं, बल्कि यह बदलते जीवन, सोच और दिशा की सच्ची कहानी है।
प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि आज हमारे संविधान के मुख्य शिल्पी डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर जी का परिनिर्वाण दिवस है। मैं सभी भारतीयों की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आज हम उस मोड़ पर खड़े हैं, जब 21वीं सदी का एक चौथाई हिस्सा बीत चुका है। इन 25 वर्षों में दुनिया ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, जैसे आर्थिक संकट और महामारी। इन सभी स्थितियों ने दुनिया को चुनौती दी है। आज की दुनिया अनिश्चितताओं से भरी है, लेकिन इस दौर में भारत एक अलग ही स्तर पर नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत आत्मविश्वास से भरा हुआ है। जब दुनिया में मंदी की बातें होती हैं, तब भारत विकास की कहानी लिखता है। हाल ही में क्वार्टर टू के जीडीपी आंकड़े आए हैं, जो 8 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर दर्शाते हैं। यह हमारी प्रगति की नई गति का प्रतीक है।
यह केवल एक संख्या नहीं है, बल्कि यह संदेश है कि भारत आज वैश्विक अर्थव्यवस्था का विकास चालक बन रहा है। जबकि वैश्विक विकास 3 प्रतिशत के आसपास है, जी-7 की अर्थव्यवस्था औसतन 1.5 प्रतिशत के आसपास है। इन परिस्थितियों में, भारत उच्च विकास और निम्न मुद्रास्फीति का मॉडल बन गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले जब हमारे देश में अर्थशास्त्री उच्च मुद्रास्फीति को लेकर चिंतित थे, आज वे निम्न मुद्रास्फीति की बात कर रहे हैं। भारत की ये उपलब्धियां सामान्य नहीं हैं। यह एक मौलिक परिवर्तन है, जो पिछले दशक में भारत ने किया है। यह परिवर्तन आशंकाओं के बादलों को हटाकर आकांक्षाओं के विस्तार का है। इसी कारण आज का भारत खुद को ट्रांसफॉर्म कर रहा है और भविष्य को भी बदल रहा है। हमें यह समझना होगा कि ट्रांसफॉर्मेशन का विश्वास वर्तमान में हो रहे कार्यों की मजबूत नींव पर आधारित है। आज के सुधार हमारे कल के ट्रांसफॉर्मेशन का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।
