Newzfatafatlogo

बांग्लादेश में उस्मान हादी की हत्या के बाद भारत विरोधी भावनाओं में वृद्धि

बांग्लादेश में उस्मान हादी की हत्या के बाद भारत के प्रति नकारात्मक भावनाएं बढ़ रही हैं। उनके भाई उमर ने मोहम्मद यूनुस पर हत्या का आरोप लगाया है, यह कहते हुए कि यह एक चुनावी साजिश का हिस्सा है। हादी की हत्या के बाद देश में अशांति फैल गई है, और उनके अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए। जानें इस मामले में और क्या हो रहा है और सरकार की प्रतिक्रिया क्या है।
 | 
बांग्लादेश में उस्मान हादी की हत्या के बाद भारत विरोधी भावनाओं में वृद्धि

बांग्लादेश में भारत विरोधी भावनाओं का उभार

उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में भारत के प्रति नकारात्मक भावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। ढाका, चटगांव, राजशाही और मेमन सिंह जैसे शहरों में भारत के खिलाफ खुलकर जंग की कसमें खाई जा रही हैं। इस बीच, कट्टरपंथियों के खिलाफ एक नया खुलासा सामने आया है। हादी के भाई उमर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनकी हत्या के पीछे भारत का नाम एक साजिश का हिस्सा है, जिससे यूनुस की स्थिति कमजोर हो गई है।


उमर का आरोप और चुनावी साजिश

बांग्लादेश में इकबाल मंच के प्रवक्ता और छात्र नेता उस्मान हादी की हत्या के मामले में बवाल अभी भी जारी है। उमर ने मोहम्मद यूनुस पर आरोप लगाया है कि उन्होंने आगामी राष्ट्रीय चुनाव को प्रभावित करने के लिए हत्या की योजना बनाई। उन्होंने कहा कि यूनुस ने हादी को मारकर चुनावी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है।


हादी की अंतिम इच्छा और सरकार की नाकामी

उमर ने बताया कि उनके भाई चाहते थे कि राष्ट्रीय चुनाव फरवरी में हों। उन्होंने अधिकारियों से अनुरोध किया है कि चुनाव के माहौल को खराब न किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। सरकार इस मामले में कोई ठोस सबूत पेश नहीं कर रही है।


हादी की हत्या और उसके बाद के विरोध प्रदर्शन

32 वर्षीय युवा नेता उस्मान हादी को 12 दिसंबर को ढाका के बिजोयनगर क्षेत्र में अज्ञात हमलावरों ने गोली मारी थी। उनका निधन सिंगापुर के एक अस्पताल में हुआ। उनकी मृत्यु के बाद बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में अशांति और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। हादी का अंतिम संस्कार ढाका विश्वविद्यालय की मस्जिद के पास किया गया, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए। यूनुस सरकार ने उनकी याद में एक दिन का शोक घोषित किया।