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बांग्लादेश में शेख हसीना और उनके परिवार के वोटर कार्ड ब्लॉक

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके परिवार के कई सदस्यों के वोटर कार्ड ब्लॉक कर दिए गए हैं, जिससे वे अगले चुनाव में मतदान नहीं कर सकेंगे। निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि जिनका एनआईडी कार्ड ब्लॉक है, वे विदेश से भी वोट नहीं डाल पाएंगे। यह कदम राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें अवामी लीग को चुनावों से बाहर रखने की योजना है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे के कारण।
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बांग्लादेश में शेख हसीना और उनके परिवार के वोटर कार्ड ब्लॉक

शेख हसीना का वोटिंग अधिकार समाप्त

ढाका: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके परिवार के कई सदस्य अगले साल होने वाले चुनाव में मतदान नहीं कर सकेंगे। उनके राष्ट्रीय पहचान पत्र (एनआईडी) कार्ड को ब्लॉक कर दिया गया है, जैसा कि स्थानीय मीडिया ने बताया।


निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ सचिव अख्तर अहमद ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि जिनका एनआईडी कार्ड ब्लॉक है, वे विदेश से वोट नहीं डाल पाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो लोग मुकदमों या अन्य कारणों से देश छोड़ चुके हैं, वे वोट डाल सकते हैं, बशर्ते उनका एनआईडी कार्ड सक्रिय हो।


उन्होंने कहा कि विदेश से वोट देने के लिए एनआईडी नंबर के साथ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आवश्यक है। पासपोर्ट का उपयोग इस प्रक्रिया में नहीं किया जा सकता। यदि किसी का एनआईडी ब्लॉक है, तो वे रजिस्ट्रेशन नहीं कर सकते और वोट नहीं डाल पाएंगे। केवल एनआईडी के साथ रजिस्ट्रेशन करने वालों को ही यह अवसर मिलेगा।


जब उनसे पूछा गया कि क्या शेख हसीना वोट डाल सकेंगी, तो उन्होंने कहा, “वह वोट नहीं दे पाएंगी, क्योंकि उनका एनआईडी ब्लॉक कर दिया गया है।”


राष्ट्रीय पहचान पंजीकरण विंग ने अपने महानिदेशक, एएसएम हुमायूं कबीर के मौखिक निर्देश पर हसीना और उनके परिवार के नौ सदस्यों के एनआईडी को 'लॉक' कर दिया था।


परिवार के सदस्यों में शेख रेहाना सिद्दीकी, सजीब वाजेद जॉय, साइमा वाजेद, शाहनाज सिद्दीकी, बुशरा सिद्दीकी, ट्यूलिप रिजवाना सिद्दीकी, अजमीरा सिद्दीकी, राडवान मुजीब सिद्दीकी और तारिक अहमद सिद्दीकी शामिल हैं।


स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, जुलाई की शुरुआत में चुनाव आयोग ने हसीना की अवामी लीग पार्टी के चुनाव चिन्ह को अपनी वेबसाइट से हटा दिया था, जो कि पार्टी के दशकों पुराने राजनीतिक अस्तित्व को समाप्त करने के प्रयास का हिस्सा है।


12 मई को मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने एक राजपत्र अधिसूचना जारी कर अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों की सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। यह प्रतिबंध 'आतंकवाद विरोधी अधिनियम' के तहत तब तक लागू रहेगा जब तक बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) में पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ मुकदमा पूरा नहीं हो जाता।


विश्लेषकों का मानना है कि यह ताजा घटनाक्रम पूर्व प्रधानमंत्री हसीना और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा की जा रही राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई का विस्तार है, जिसमें अवामी लीग को राष्ट्रीय चुनावों में भाग लेने से रोकने की बड़ी योजना है।