बिहार की मतदाता सूची पर संसद में हंगामा, मानसून सत्र में कार्यवाही प्रभावित

संसद में हंगामे का माहौल
नई दिल्ली। बिहार की मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर संसद में हंगामा जारी है। मानसून सत्र के 11वें दिन, सोमवार को लोकसभा में विपक्षी सांसदों ने इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया। इस हंगामे के कारण कई बार कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। अंततः, सदन को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। दूसरी ओर, राज्यसभा में सोमवार को कोई कार्यवाही नहीं हुई, क्योंकि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के कारण सदन की कार्यवाही भी मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
लोकसभा में हंगामे के बीच विधायी कार्य
सोमवार को लोकसभा में सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने बिहार में एसआईआर के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। इस हंगामे के चलते स्पीकर ने कार्यवाही को भोजनावकाश तक स्थगित किया। इसके बाद भी हंगामा जारी रहने पर, कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। हालांकि, इस हंगामे के बीच सरकार ने विधायी कार्य शुरू कर दिया।
विधायी कार्य और श्रद्धांजलि
सोमवार को केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल, 2025 और नेशनल एंटी डोपिंग एक्ट (संशोधन) बिल, 2025 पेश किए। इन दोनों बिलों पर एक साथ चर्चा होगी और इन्हें एक साथ ही पास किया जाएगा। एक बिल खेल संगठनों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए है, जबकि दूसरा डोपिंग रोकने के लिए है। राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होने के बाद, शिबू सोरेन के निधन पर श्रद्धांजलि दी गई और सांसदों ने उनके सम्मान में मौन रखा। इसके बाद, सभापति हरिवंश ने राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन का प्रस्ताव
राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन को 13 अगस्त से छह महीने और बढ़ाने का प्रस्ताव पेश करने वाले थे, जिसे लोकसभा से 30 जुलाई को मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, 21 जुलाई को शुरू हुए मानसून सत्र के पहले दिन से एसआईआर के मुद्दे पर संसदीय कार्यवाही लगभग ठप रही है। दोनों सदनों में दो-दिन पहलगाम और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हुई, लेकिन हर दिन सदन हंगामे की भेंट चढ़ गया।