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बिहार चुनाव 2025: आम आदमी पार्टी ने गठबंधन से दूरी बनाई

आम आदमी पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में किसी भी गठबंधन का हिस्सा न बनने का निर्णय लिया है। पार्टी अब अपने दम पर चुनाव लड़ेगी और संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे नेता आगामी चुनावों के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। पार्टी ने अगले दो वर्षों के लिए कार्ययोजना भी बनाई है, जिसमें विभिन्न राज्यों में चुनावी तैयारी शामिल है। जानें इस नई रणनीति के पीछे की वजह और पार्टी की आगामी योजनाएं।
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बिहार चुनाव 2025: आम आदमी पार्टी ने गठबंधन से दूरी बनाई

बिहार विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी का नया रुख

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन INDIA को एक बड़ा झटका लगा है। आम आदमी पार्टी (AAP) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी और बिहार में अपने बलबूते चुनाव लड़ेगी। दिल्ली में मिली हार के बाद, AAP का ध्यान अब पंजाब और अन्य महत्वपूर्ण राज्यों पर केंद्रित है। पार्टी के प्रमुख नेता, जिनमें राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया शामिल हैं, आगामी चुनावों के लिए रणनीति बनाने में लगे हुए हैं। 


आम आदमी पार्टी के मीडिया संयोजक अनुराग ढांडा ने मीडिया से बातचीत में कहा, "हम किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। हमारी अपनी ताकत है और हम इसी पर आगे बढ़ रहे हैं।" उन्होंने INDIA गठबंधन के बारे में स्पष्ट करते हुए कहा, "यह लोकसभा चुनाव के लिए था। अब हम किसी गठबंधन में नहीं हैं।"


आप की रणनीति संगठन को मजबूत करने पर केंद्रित


आम आदमी पार्टी कई राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिए अपने संगठन को मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी ने राज्यों को दो श्रेणियों में विभाजित किया है। 'A' श्रेणी में गुजरात, हिमाचल प्रदेश, असम, उत्तराखंड, पंजाब, दिल्ली और गोवा जैसे राज्य शामिल हैं, जहां मुकाबला बड़ा है और अरविंद केजरीवाल स्वयं सक्रिय रहेंगे। वहीं, 'B' श्रेणी में वे राज्य हैं, जहां क्षेत्रीय नेतृत्व चुनाव की दिशा तय करेगा। 


आप के बिहार प्रभारी अजेश यादव ने एक समाचार पत्र से बातचीत में कहा, "हम अपने दम पर बिहार में चुनाव लड़ेंगे। हम बूथ स्तर पर पार्टी संगठन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। फिलहाल, हम प्रमुख क्षेत्रों में सात चरणों की यात्रा निकाल रहे हैं ताकि लोगों से जुड़ सकें। हम सीमांचल क्षेत्र के जरिए तीसरे चरण में प्रवेश कर चुके हैं।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आप बिहार की सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। 


2027 तक का रोडमैप तैयार किया गया


पार्टी ने अगले दो वर्षों के लिए अपनी कार्ययोजना निर्धारित कर ली है। असम में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल तेजी से रणनीति तैयार करेंगे। इसके अलावा, 2027 में उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, गोवा और गुजरात के विधानसभा चुनावों में आप मजबूती से उतरेगी। 


दिल्ली के प्रदर्शन से मिली सीख


दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आप ने सभी 70 सीटों पर जोरदार दांव लगाया था, लेकिन उसे केवल 22 सीटें ही मिलीं। दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 48 सीटों पर जीत हासिल की। खास बात यह है कि कांग्रेस लगातार तीसरे साल दिल्ली में खाता खोलने में असफल रही। इस हार ने आप को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित किया है, और अब पार्टी बिहार सहित अन्य राज्यों में संगठन को और मजबूत करने पर ध्यान दे रही है।