बिहार चुनाव 2025: पीएम मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना, छठ महापर्व को यूनेस्को में मान्यता दिलाने का किया वादा
बिहार चुनाव 2025 की तैयारी में राजनीतिक गतिविधियों में तेजी
बिहार चुनाव 2025: जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। मुजफ्फरपुर में आयोजित एक बड़ी रैली में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरजेडी और कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष एक बार फिर बिहार को जंगलराज की ओर ले जाना चाहता है, जहां भ्रष्टाचार और कुशासन ने राज्य की प्रगति को बाधित किया। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे ऐसे लोगों को सत्ता से दूर रखें जो बिहार की छवि को धूमिल करना चाहते हैं।
छठ महापर्व का सांस्कृतिक महत्व
अपने भाषण में भावनात्मक अपील करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस न केवल विकास में बाधा डाल रहे हैं, बल्कि आस्था और संस्कृति का भी अपमान कर रहे हैं। उन्होंने छठी मईया का उदाहरण देते हुए कहा कि जो लोग भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य देने की परंपरा को ड्रामा कहते हैं, वे बिहार की आत्मा का अपमान कर रहे हैं। मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार छठ पर्व को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
यूनेस्को में छठ महापर्व को मान्यता दिलाने की पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने छठ महापर्व के सांस्कृतिक महत्व पर जोर देते हुए कहा, 'हमारी सरकार इस त्योहार को यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल कराने के लिए प्रयासरत है।' उन्होंने कहा कि यह त्योहार 'मानवता और भक्ति के उत्सव' के रूप में वैश्विक मान्यता का हकदार है।
मुजफ्फरपुर की लीची और स्थानीय संस्कृति की सराहना
हल्के-फुल्के अंदाज में, पीएम मोदी ने मुजफ्फरपुर की लीची और वहां की बोली की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'यहां की लीची जितनी मीठी है, उतनी ही मीठी यहां की बोली भी है।' भीड़ ने इस पर उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी, खासकर महिलाओं और युवाओं ने। आगामी चुनावों में समर्थन की अपील करते हुए, उन्होंने अपने ट्रेडमार्क नारे 'एनडीए सरकार!' के साथ मतदाताओं से आग्रह किया।
विपक्ष पर छठी मइया का अपमान करने का आरोप
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और आरजेडी पर आरोप लगाया कि वे राजनीतिक लाभ के लिए छठी मइया का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया, 'क्या कोई चुनाव में वोट के लिए छठी मइया का अपमान कर सकता है? क्या बिहार और देश की जनता ऐसा अपमान सहन करेगी?' उनके इस बयान पर दर्शकों ने जोरदार तालियां बजाईं।
छठ गीतों को बढ़ावा देने के लिए नई पहल
प्रधानमंत्री ने युवा पीढ़ी में सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय छठ गीत प्रतियोगिता की घोषणा की। उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि युवा छठ गीतों की समृद्ध विरासत से और गहराई से जुड़ें। ये भक्ति गीत इस त्योहार के मूल्यों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाते हैं।' उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में पूरे भारत के कलाकार भाग लेंगे, जिससे 'नई आवाजें, नए गीत और भक्ति की नई अभिव्यक्तियां उभरने में मदद मिलेगी।'
छठ महापर्व को वैश्विक पहचान दिलाने का संकल्प
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि आस्था और प्रकृति के इस पवित्र उत्सव को वैश्विक मंच पर उचित स्थान मिले। यह प्रक्रिया लंबी और चुनौतीपूर्ण है, लेकिन हम छठ महापर्व को यूनेस्को द्वारा मानवता को एकजुट करने वाले त्योहार के रूप में मान्यता दिलाने के लिए दृढ़ हैं। इस दौरान 'भारत माता की जय' के नारे गूंज रहे थे।
