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बिहार चुनाव: तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं, जहाँ तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और एनडीए पर तीखे हमले किए हैं। उन्होंने बाहरी लोगों के बिहार पर नियंत्रण की कोशिशों की आलोचना की और राज्य में बढ़ते अपराध के मुद्दे को उठाया। तेजस्वी ने चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर भी सवाल उठाए। जानें इस चुनावी माहौल में और क्या हो रहा है।
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बिहार चुनाव: तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना

बिहार विधानसभा चुनाव की हलचल

बिहार विधानसभा चुनाव की गतिविधियाँ अपने चरम पर पहुँच चुकी हैं। सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवार चुनावी जीत के लिए जोरदार प्रचार में जुटे हैं। उनका एक ही उद्देश्य है - किसी भी तरीके से चुनाव जीतना, चाहे वह साम, दाम, दंड, या भेद का उपयोग करके हो। इस चुनावी माहौल में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो गया है.


तेजस्वी यादव का बयान

शनिवार को आरजेडी नेता और महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार और एनडीए पर तीखा हमला किया। सीवान में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार का नेतृत्व केवल बिहार के लोगों को करना चाहिए, न कि बाहरी व्यक्तियों को.


बाहरी लोगों का बिहार पर कब्जा

तेजस्वी ने कहा कि एनडीए के बाहरी लोग बिहार पर नियंत्रण स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ये लोग चाहते हैं कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी रिमोट कंट्रोल से बिहार का संचालन करें, लेकिन ऐसा नहीं होने वाला है.


बिहार के मुद्दे


तेजस्वी ने यह भी कहा कि बाहरी लोग बिहार के विकास में रुचि नहीं रखते, बल्कि वे इसे अपना उपनिवेश बनाना चाहते हैं। बिहार का बेटा ही इस राज्य का सही नेतृत्व कर सकता है.


बिहार में अपराध की स्थिति

तेजस्वी यादव ने बताया कि बिहार वर्तमान में अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि NCRB के आंकड़ों के अनुसार, देश के शीर्ष अपराध वाले राज्यों में बीजेपी की सरकार है.


हत्या की घटनाएँ

मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या पर तेजस्वी ने नीतीश सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि दिनदहाड़े हत्या होती है, लेकिन आरोपी खुलेआम घूमते हैं और कोई गिरफ्तारी नहीं होती.


चुनाव आयोग पर सवाल

तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाए, पूछा कि क्या चुनाव आयोग निष्क्रिय हो गया है? उन्होंने कहा कि क्या चुनाव आयोग का कानून केवल विपक्ष के लिए है, जबकि सत्ता पक्ष के अपराधी बेलगाम हैं और उन्हें संरक्षण मिल रहा है.