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बिहार चुनाव में एनडीए सीट बंटवारे पर उठे विवाद

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए में सीट बंटवारे के बाद असंतोष की लहर उठने लगी है। नीतीश कुमार भाजपा और एलजेपी से नाराज हैं, जबकि उपेंद्र कुशवाहा महुआ सीट को लेकर असंतुष्ट हैं। जानें इस विवाद के पीछे की वजहें और जेडीयू की स्थिति।
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बिहार चुनाव में एनडीए सीट बंटवारे पर उठे विवाद

एनडीए में सीट बंटवारे का विवाद

एनडीए सीट बंटवारे का विवाद: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए द्वारा सीटों के वितरण की घोषणा के बाद गठबंधन में असंतोष की आवाजें उठने लगी हैं। जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा अपनी पार्टियों को केवल छह-छह सीटें मिलने से संतुष्ट नहीं हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी भाजपा और एलजेपी से असंतुष्ट बताए जा रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि एनडीए में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।


नीतीश कुमार की नाराजगी

सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार जेडीयू को मिली सीटों की संख्या के बराबर भाजपा को सीटें मिलने से नाखुश हैं। भाजपा अपने 2020 के प्रदर्शन को इस बंटवारे का आधार बता रही है। इसके अतिरिक्त, चिराग पासवान की एलजेपी-आर को 29 सीटें मिलने से भी नीतीश असंतुष्ट हैं, क्योंकि पिछली बार एलजेपी ने जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ था। इसी कारण से जेडीयू ने अभी तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है।


जेडीयू के नेता नामांकन दाखिल कर रहे हैं

हालांकि, जेडीयू के नेता जैसे ललन सिंह, उमेश कुशवाहा और बिजेंद्र यादव बिना सूची जारी किए ही नामांकन दाखिल कर चुके हैं। पार्टी के विश्वसनीय नेताओं को जेडीयू की ओर से सिंबल दिया जा रहा है, लेकिन आधिकारिक सूची अभी तक नहीं आई है। कहा जा रहा है कि नीतीश ने कम सीट मिलने पर कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और ललन सिंह के प्रति नाराजगी व्यक्त की है। भाजपा भी नीतीश को मनाने की कोशिश कर रही है।


उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी

सूत्रों के अनुसार, आरएलएम के खाते से महुआ सीट एलजेपी (आर) को दिए जाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कड़ा विरोध जताया है। उपेंद्र कुशवाहा चाहते थे कि उनके बेटे को इस सीट से चुनाव लड़ाया जाए, लेकिन यह सीट एलजेपी को दे दी गई। आरएलएम ने सासाराम, मधुबनी, दिनारा, बाजपट्टी, महुआ और उजियारपुर सीटों की मांग की थी।


आरएलएम का भाजपा के खिलाफ कदम

आरएलएम ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे एनडीए के किसी भी प्रत्याशी के नामांकन में शामिल न हों। इसके बाद भाजपा के नेता उपेंद्र कुशवाहा को मनाने उनके घर पहुंचे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। आरएलएम प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय के साथ दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा, “गठबंधन में कुछ मुद्दे हैं जिन्हें सुलझाना ज़रूरी है। हम केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने आए हैं और मुझे उम्मीद है कि सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा।”