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बिहार चुनाव में सीट बंटवारे पर चिराग पासवान की स्थिति स्पष्ट

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, लेकिन सीट बंटवारे का फॉर्मूला अभी तक तय नहीं हुआ है। चिराग पासवान ने 40 सीटों से कम स्वीकार करने से इनकार किया है, जबकि भाजपा केवल 28 सीटें देने के लिए तैयार है। चिराग ने अपने पिता की याद में एक भावुक पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने अपने राजनीतिक संकल्पों का उल्लेख किया। एनडीए में सीट बंटवारे की स्थिति पर भी चर्चा की गई है, जिसमें चिराग और जीतन राम मांझी की जिद ने स्थिति को और जटिल बना दिया है।
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बिहार चुनाव में सीट बंटवारे पर चिराग पासवान की स्थिति स्पष्ट

चुनाव की तैयारी और सीट बंटवारे की स्थिति

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला अभी तक तय नहीं हुआ है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने 40 सीटों से कम स्वीकार करने से इनकार कर दिया है, जबकि भाजपा केवल 28 सीटें देने के लिए तैयार है। मंगलवार को बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने चिराग पासवान से बातचीत की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका।


चिराग पासवान का सोशल मीडिया पोस्ट

बुधवार को चिराग पासवान ने सीट बंटवारे पर कहा कि बातचीत जारी है और जैसे ही कोई निर्णय होगा, वह जानकारी देंगे। इस बीच, उन्होंने अपने पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की तस्वीर साझा करते हुए एक भावुक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि उनके पिता हमेशा कहते थे, 'जुर्म करो मत, जुर्म सहो मत। जीना है तो मरना सीखो। कदम-कदम पर लड़ना सीखो।' इस पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में चर्चाओं को जन्म दिया है।


पिता की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि

चिराग पासवान ने एक अन्य पोस्ट में लिखा कि वह अपने पिता की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि वह उनके दिखाए मार्ग और 'बिहार फ़र्स्ट, बिहारी फ़र्स्ट' के विजन को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चिराग ने यह भी कहा कि बिहार के विकास का सपना अब समय आ गया है कि उसे पूरा किया जाए।


एनडीए में सीट बंटवारे की स्थिति

चिराग-मांझी की जिद ने एनडीए की बढ़ाई टेंशन

एनडीए में सीट बंटवारे का काम लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। भाजपा और जदयू दोनों 100 से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं। चिराग पासवान की पार्टी को 28, जीतन राम मांझी को आठ और उपेंद्र कुशवाह की पार्टी को लगभग पांच सीटें देने की बात चल रही है। लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा इससे सहमत नहीं हैं। चिराग 40 से कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते, जबकि जीतन राम मांझी का कहना है कि राज्य स्तर की पार्टी बनने के लिए उन्हें आठ विधायक चाहिए। दोनों नेताओं ने धर्मेंद्र प्रधान से अपनी बात रख दी है। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा है कि एनडीए के घटक दलों में कोई मतभेद नहीं हैं और जल्द ही सीट बंटवारे की घोषणा की जाएगी।