बिहार महागठबंधन की बैठक: क्या तेजस्वी यादव बनेंगे मुख्यमंत्री?

महागठबंधन की बैठक का महत्व
महागठबंधन की बैठक: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। आज, 30 जुलाई को, महागठबंधन के सभी प्रमुख नेता पटना में एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए एकत्रित होंगे। यह बैठक नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के निवास पर दोपहर 1 बजे शुरू होगी। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में सीट बंटवारे के फॉर्मूले और मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर ठोस निर्णय लिया जा सकता है।
तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार?
राजद ने पहले ही तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत किया है। वाम दलों को तेजस्वी पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन कांग्रेस की ओर से अभी तक औपचारिक मंजूरी नहीं मिली है। कांग्रेस का स्पष्ट रुख है कि मुख्यमंत्री पद का निर्णय चुनाव के बाद किया जाएगा।
मुकेश सहनी की मांग
महागठबंधन की बैठक से पहले, वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी ने सीट बंटवारे को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, 'हम पहले ही 60 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह तय हुआ था कि महागठबंधन की सरकार बनने पर वीआईपी का उपमुख्यमंत्री होगा। यह कोई नई मांग नहीं है।' सहनी का यह रुख महागठबंधन के भीतर समन्वय स्थापित करने में चुनौती पेश कर सकता है।
समिति पर सहनी का विश्वास
मुकेश सहनी ने यह भी कहा कि महागठबंधन में समन्वय समिति का गठन हो चुका है और सभी दल आपसी बातचीत के जरिए समाधान निकालने में लगे हैं। उन्होंने कहा, 'बहुत जल्द सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय हो जाएगा कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।'
चुनावी तैयारियों की समीक्षा
बैठक में बिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति, चुनावी रणनीतियों और गठबंधन की मजबूती पर विस्तृत चर्चा होने की उम्मीद है। इस बैठक का उद्देश्य सभी घटक दलों के बीच बेहतर तालमेल बनाना और साझा लक्ष्य की दिशा में एकजुट होकर काम करना है।