बिहार में आरजेडी परिवार में बढ़ता विवाद: रोहिणी आचार्य ने लगाए गंभीर आरोप
बिहार में आरजेडी संकट का नया मोड़
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में उत्पन्न संकट अब परिवार के भीतर सीधे टकराव में बदल गया है। लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने भाई तेजस्वी यादव और उनके करीबी सहयोगियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी ने कहा कि उन्हें यह बताया गया कि उन्होंने खराब किडनी दान की है और इसके बदले करोड़ों रुपये और लोकसभा टिकट की मांग की है।
परिवार में तनाव की स्थिति
यह विवाद तब और बढ़ गया जब लालू प्रसाद यादव की तीन अन्य बेटियां रागिनी, चंदा और राजलक्ष्मी माता-पिता के पटना आवास से बाहर निकल गईं। यह कदम परिवार में बढ़ते तनाव को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। तेज प्रताप यादव भी इस मामले में शामिल हुए और कहा कि उनकी बहन के साथ जो अपमान हुआ है, वह असहनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग उनके परिवार को निशाना बना रहे हैं और बिहार की जनता ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगी।
तेज प्रताप का बयान
तेज प्रताप ने क्या कहा?
तेज प्रताप ने कहा कि यह केवल राजनीतिक लड़ाई नहीं है, बल्कि परिवार की इज्जत की लड़ाई है। आरजेडी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों से भाई-बहनों के बीच तनाव बढ़ रहा था, क्योंकि तेजस्वी ने पार्टी पर अपना नियंत्रण मजबूत कर लिया था और निर्णय लेने में अपने करीबी सलाहकारों पर अधिक निर्भर हो गए थे।
रोहिणी के आरोप
रोहिणी ने रामीज को लेकर क्या बताया?
इन सलाहकारों में राज्यसभा सांसद संजय यादव और तेजस्वी के पुराने मित्र रामीज का नाम शामिल है। रोहिणी ने आरोप लगाया कि वे खुद को चाणक्य मानते हैं लेकिन जमीनी कार्यकर्ताओं की बात नहीं सुनते। उन्होंने रामीज के बारे में कहा कि वह आपराधिक मानसिकता वाला व्यक्ति है और हत्या के मामले में आरोपी रह चुका है।
विवाद की जड़ें
क्या है इसकी वजह?
यह दावा सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक पोस्ट के आधार पर किया गया था। कई लोग इसे आरजेडी की चुनावी हार से जुड़े आक्रोश का परिणाम मानते हैं। पार्टी के नेताओं का कहना है कि रोहिणी लगातार इस बात पर जोर दे रही थीं कि चुनावी हार की जिम्मेदारी तय की जाए। इसी बीच, लालू यादव की तीन बेटियों का बच्चों के साथ पटना से दिल्ली के लिए रवाना होना इस पारिवारिक विवाद को और गहरा करता है।
