बिहार में उप-मुख्यमंत्री की दौड़: कौन बनेगा नया नेता?
बिहार चुनाव परिणाम के बाद उप-मुख्यमंत्री की चर्चा
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पार्टी में पदों को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। जैसे ही मुख्यमंत्री ने अपना इस्तीफा सौंपा, उप-मुख्यमंत्री की नियुक्ति को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई। चुनाव परिणामों के बाद 'नो वैकेंसी' का बोर्ड सीएम पद पर लग गया है। अब उप-मुख्यमंत्री के चयन में जाति और जेंडर संतुलन भी महत्वपूर्ण हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार दोनों के लिए महिलाएं एक महत्वपूर्ण ट्रंप कार्ड बन गई हैं। इन दोनों नेताओं की सोच को ध्यान में रखते हुए समीकरण लगभग 19 नवंबर को स्पष्ट हो जाएंगे। आइए जानते हैं कि चर्चा में कौन-कौन से नाम शामिल हैं...
महिला उप-मुख्यमंत्री की संभावनाएं
केंद्र भाजपा के सूत्रों के अनुसार, इस बार महिला उम्मीदवार को लेकर विचार किया जा रहा है कि या तो सवर्ण या फिर पिछड़ा/अतिपिछड़ा वर्ग से महिला को उप-मुख्यमंत्री बनाया जाए। इस दृष्टिकोण से श्रेयसी सिंह का नाम सामने आ रहा है। वहीं, पिछड़ा वर्ग से महिला उम्मीदवार के रूप में रमा निषाद का नाम भी चर्चा में है।
पिछड़ा वर्ग से उप-मुख्यमंत्री के संभावित नाम
यदि पुरुष उम्मीदवार के रूप में पिछड़ा वर्ग से किसी को चुना जाता है, तो पूर्व सांसद रामकृपाल यादव का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। इसके अलावा, वर्तमान उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का नाम भी चर्चा में है, जो पहले भी इस पद पर रह चुके हैं और वर्तमान विधानसभा चुनाव का नेतृत्व भी कर चुके हैं।
सवर्ण वर्ग से उप-मुख्यमंत्री के संभावित नाम
सवर्ण वर्ग में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का नाम तेजी से उभर रहा है। यदि सीएम नीतीश कुमार से बात की जाए, तो उन्हें प्राथमिकता मिल सकती है। पूर्व उप-मुख्यमंत्री विजय सिन्हा का नाम भी चर्चा में है, हालांकि उनके विधानसभा अध्यक्ष बनने की संभावनाएं भी हैं। इसके अलावा, विधायक रजनीश कुमार का नाम भी उप-मुख्यमंत्री के लिए लिया जा रहा है, जो पार्टी के सचेतक रह चुके हैं और बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन में भी सक्रिय रहे हैं।
