बिहार में कांग्रेस की नई शुरुआत: पूर्व नेता लौटे, चुनावी तैयारी तेज

बिहार की राजनीति में कांग्रेस को मिली नई ऊर्जा
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में कांग्रेस पार्टी को एक नई ताकत मिली है। पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद जहांगीर सहित कई पूर्व कार्यकर्ता फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इनके साथ आबिद, बुधरा मुखिया प्रतिनिधि मोहम्मद जावेद और अन्य नेताओं ने भी पार्टी में सक्रियता की घोषणा की है।
2019 में नाराज हुए नेता अब लौटे
2019 में नाराज़ हुए थे ये सभी नेता
ये सभी नेता लगभग छह साल पहले, 2019 के विधानसभा उपचुनाव के दौरान पार्टी से नाराज हो गए थे। उस समय सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद की मां को टिकट दिए जाने को लेकर असंतोष उत्पन्न हुआ था, जिसके कारण कुछ नेताओं ने पार्टी गतिविधियों से दूरी बना ली थी और कुछ ने अन्य राजनीतिक दलों का समर्थन किया था।
मोहम्मद जहांगीर की प्रतिक्रिया
मोहम्मद जहांगीर ने कांग्रेस को लेकर दी प्रतिक्रिया
हालांकि, मोहम्मद जहांगीर ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी कांग्रेस नहीं छोड़ी। उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी के खिलाफ कोई कार्य नहीं किया, बल्कि कुछ समय के लिए राजनीतिक गतिविधियों से दूरी बनाई थी। इन नेताओं की वापसी से कांग्रेस को आगामी विधानसभा चुनाव में एक महत्वपूर्ण लाभ मिल सकता है।
सांसद और विधायक का स्वागत
सांसद प्रतिनिधि इमरान, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष मास्टर एनामुल और विधायक इजहारूल हुसैन ने इन नेताओं की वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सभी नेताओं की 'घर वापसी' पर सांसद और विधायक ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और इसे संगठन के लिए सकारात्मक कदम बताया।
वोटर अधिकार यात्रा में भागीदारी
वोटर अधिकार यात्रा में पूर्णिया से भारी भागीदारी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में सासाराम से शुरू हुई 16 दिवसीय 'वोटर अधिकार यात्रा' में पार्टी को अच्छा जनसमर्थन मिल रहा है। यह यात्रा 1300 किलोमीटर लंबी होगी और 1 सितंबर को पटना में एक बड़ी रैली के साथ समाप्त होगी। इस यात्रा में महागठबंधन के कई वरिष्ठ नेता भाग ले रहे हैं।
पूर्णिया से कांग्रेस नेता जितेंद्र यादव के नेतृत्व में सैकड़ों लोग इस यात्रा में शामिल हुए। यादव ने बताया कि यह यात्रा जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि 24 अगस्त को पूर्णिया में भी इस यात्रा का आयोजन प्रस्तावित है, जिसकी तैयारी पूरे जोर-शोर से चल रही है। उनका मानना है कि यह यात्रा जनता को जोड़ने का माध्यम बनेगी और लोकतंत्र को मजबूती देगी।