बिहार में नई सरकार का गठन: मंत्रियों की संख्या और पार्टी वितरण पर चर्चा
बिहार की नई सरकार का गठन
बिहार नई सरकार: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में शानदार जीत के बाद, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को अपनी सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसके बाद, वह राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा देंगे, जिससे नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार बुधवार को फिर से बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले सकते हैं। इस संदर्भ में नई सरकार के मंत्रिमंडल में विभिन्न पार्टियों के कितने मंत्री होंगे, इस पर चर्चा तेज हो गई है।
एक निजी मीडिया चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में एनडीए के घटक दलों के लिए मंत्री बनाने का फॉर्मूला 6 विधायकों पर 1 मंत्री का होगा। इसका मतलब है कि भाजपा, जेडीयू और एलजेपी (आरवी) के 6 विधायकों में से एक मंत्री सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल हो सकता है। इस हिसाब से भाजपा के 15 या 16 विधायक मंत्री बन सकते हैं, जबकि जेडीयू के 15 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। एलजेपी के हिस्से में तीन विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है। इसके अलावा, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएम और जीतनराम मांझी की हम को एक-एक मंत्री पद मिलने की संभावना है।
गौरतलब है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए थे। जिसमें सत्ताधारी एनडीए गठबंधन ने 202 सीटें जीतकर एक बार फिर सरकार बनाने की तैयारी की है। एनडीए में भाजपा ने 89 सीटें, जेडीयू ने 85 सीटें, लोजपा (आरवी) ने 19 सीटें, हम (एस) ने 5 सीटें और आरएलएम ने 4 सीटें जीती हैं। वहीं, इंडिया गठबंधन ने केवल 34 सीटें हासिल की हैं। आरजेडी ने 25 सीटें, कांग्रेस ने 6 सीटें, भाकपा (माले) लिबरेशन ने 2 सीटें और माकपा ने 1 सीट जीती है। इसके अलावा, एआईएमआईएम ने 5, बसपा और आईआईपी ने 1-1 सीट अपने नाम की है।
