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बिहार में मतदाता सूची पर प्रियंका गांधी का बयान, विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप

बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के मुद्दे पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकार पर आरोप लगाया है कि विपक्षी नेताओं को सदन में बोलने नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया जाता है, जिससे सदन की कार्यवाही प्रभावित होती है। राहुल गांधी ने भी इसी मुद्दे पर अपनी बात रखी। भाजपा ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है। जानें इस राजनीतिक विवाद की पूरी कहानी।
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बिहार में मतदाता सूची पर प्रियंका गांधी का बयान, विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप

प्रियंका गांधी का आरोप

बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ जारी हैं। इस संदर्भ में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जब भी विपक्षी नेता सदन में अपनी बात रखना चाहते हैं, उन्हें रोका जाता है।


संसद में मीडिया से बातचीत

गुरुवार को प्रियंका गांधी ने संसद परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, "जब भी विपक्षी नेता बोलने की कोशिश करते हैं, उन्हें बोलने नहीं दिया जाता। हम चर्चा की मांग करते हैं और सरकार को इस पर सहमत होना चाहिए। पिछले सत्र में मैंने देखा कि व्यवधान सत्ता पक्ष द्वारा उत्पन्न किया जाता है। वे ऐसे विषय उठाते हैं, जिस पर हमें प्रतिक्रिया देनी होती है, और फिर हंगामा होता है, जिससे सदन स्थगित हो जाता है। यह उनके लिए सुविधाजनक है।"


राहुल गांधी का समर्थन

यह पहली बार नहीं है जब किसी विपक्षी नेता ने सदन में बोलने से रोकने का आरोप लगाया है। इससे पहले, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी इसी तरह का आरोप लगाया था कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है।


भाजपा का जवाब

राहुल गांधी ने मीडिया से कहा, "सवाल यह है कि रक्षा मंत्री को बोलने दिया जाता है, लेकिन विपक्ष के नेताओं को नहीं। मैं विपक्ष का नेता हूं, मेरा हक है, लेकिन मुझे कभी बोलने नहीं दिया जाता। यह एक नया तरीका है।" भाजपा ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है और वे केवल सदन की कार्यवाही को बाधित करना चाहते हैं। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि कांग्रेस के लिए सत्र के दौरान अराजकता फैलाना एक आदत बन गई है।