बिहार में राजनीतिक हलचल: गिरधारी यादव का विवादास्पद बयान

गिरधारी यादव का बयान
गिरधारी यादव का बयान: बिहार में 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारी के बीच राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं। जदयू सांसद गिरधारी यादव ने एक महत्वपूर्ण बयान देकर राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनाया गया, तो जनता दल एनडीए से बाहर निकलने में संकोच नहीं करेगा।
भाजपा-जदयू गठबंधन पर सवाल
गिरधारी यादव ने एक निजी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि यदि भाजपा ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया, तो हम सीधे महागठबंधन में शामिल हो जाएंगे। यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि हम पहले भी एनडीए से महागठबंधन में गए हैं और फिर वापस लौटे हैं। इस बयान ने जदयू और भाजपा के बीच संबंधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कांग्रेस का तंज
कांग्रेस ने इस बयान का लाभ उठाया और गिरधारी यादव के बयान को अपने एक्स हैंडल पर साझा करते हुए भाजपा-जदयू गठबंधन पर कटाक्ष किया है।
जनता की राय
सांसद ने कहा कि यदि भाजपा बिहार में एकनाथ शिंदे जैसा फॉर्मूला लागू करने का प्रयास करती है, तो जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा कल कहे कि नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा, तो हम क्यों रुकेंगे? हमने पहले भी रास्ता बदला है और आगे भी बदल सकते हैं।
2025 चुनावों की तैयारी
यह बयान उस समय आया है जब भाजपा और जदयू 2025 के चुनावों की तैयारी में जुटे हैं और सीटों के बंटवारे तथा नेतृत्व को लेकर बातचीत शुरू होने वाली है। गिरधारी यादव ने पहले भी पार्टी की नीति से हटकर बयान दिए हैं। हाल ही में उन्होंने बिहार में मतदाता सूची को लेकर भी बयान दिया था, जिस पर पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी किया था।
राजनीतिक रणनीति
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान जदयू की दबाव बनाने की रणनीति हो सकता है या फिर जमीनी नाराजगी की झलक। लेकिन इससे यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार में एनडीए के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।