बिहार विधानसभा चुनाव 2025: राजद को मुंगेर में बड़ा झटका, दो प्रमुख नेता इस्तीफा देने पर मजबूर

बिहार की राजनीति में हलचल
Bihar Politics: जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का समय नजदीक आ रहा है, राजनीतिक गतिविधियाँ भी बढ़ती जा रही हैं। इसी संदर्भ में, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को मुंगेर जिले में एक महत्वपूर्ण झटका लगा है। पार्टी के जिलाध्यक्ष त्रिलोकी नारायण शर्मा और प्रधान महासचिव संतोष कुमार यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। दोनों नेताओं ने अपने इस्तीफे की सूचना प्रदेश अध्यक्ष को पत्र के माध्यम से दी है।
राजद में असंतोष का कारण
राजद में घटते प्रभाव से आहत थे नेता
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि ये दोनों नेता राजद में अपने घटते प्रभाव से निराश थे और पार्टी के नेतृत्व से लंबे समय से असंतुष्ट चल रहे थे। उन्हें ऐसा महसूस हो रहा था कि पार्टी में उनकी बातों को महत्व नहीं दिया जा रहा और एक वरिष्ठ पदाधिकारी के रूप में उन्हें अपेक्षित सम्मान नहीं मिल रहा है।
राजद ने हाल के वर्षों में अपनी छवि को एक विशेष समुदाय की पार्टी के रूप में सीमित होने से बचाने के लिए मुंगेर में पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग से नेताओं को जिलाध्यक्ष बनाया था। पहले बरियारपुर प्रखंड के देवकीनंदन सिंह को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस बार यह जिम्मेदारी सदर प्रखंड के त्रिलोकी नारायण शर्मा को दी गई। फिर भी, हालिया घटनाक्रम से स्पष्ट है कि ये प्रयास पार्टी के भीतर असंतोष को समाप्त करने में सफल नहीं हुए।
नाराजगी का कारण
क्यों बढ़ी नाराजगी?
सूत्रों के अनुसार, आगामी 21 अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुंगेर में 'वोटर अधिकार यात्रा' के तहत एक बड़ी सभा आयोजित करने वाले हैं। इस कार्यक्रम में त्रिलोकी नारायण शर्मा और संतोष यादव को उचित भूमिका नहीं दी गई, जिससे उनकी नाराजगी और बढ़ गई।
प्रधान महासचिव का बयान
प्रधान महासचिव का आरोप
प्रधान महासचिव संतोष यादव ने आरोप लगाया कि मुंगेर में राजद अब "एक परिवार की पार्टी" बनकर रह गई है। वहीं, जिलाध्यक्ष त्रिलोकी नारायण शर्मा ने इस मुद्दे पर फिलहाल मीडिया से दूरी बनाए रखी है।
राजद के लिए यह इस्तीफा एक चुनौती है, खासकर जब चुनाव नजदीक हैं और संगठन को ज़मीन पर मजबूत नेतृत्व की सख्त ज़रूरत है।