बिहार विधानसभा चुनाव: पहले चरण की वोटिंग में नेताओं की भागीदारी
बिहार में मतदान की शुरुआत
पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग गुरुवार सुबह 7 बजे से शुरू हुई। इस अवसर पर राजनीतिक दिग्गजों ने लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लिया। आरजेडी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने परिवार के साथ मतदान किया और कहा, 'बदलाव होगा।' उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने भी वोट डाला और अपने दोनों बेटों को शुभकामनाएं दीं।
राबड़ी देवी की अपील
राबड़ी देवी ने कहा, 'तेज प्रताप अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं। मैं मां हूं, दोनों को शुभकामनाएं देती हूं। बिहार की जनता से अपील है कि घर से निकलकर मतदान करें और अपने अधिकार का प्रयोग करें।' आरजेडी नेता मीसा भारती ने मतदान के बाद कहा, 'संख्या पर मत जाइए, आंकड़ा 150 से 200 पार भी जा सकता है। हमें भरोसा है कि इस बार सरकार हमारी बनेगी, क्योंकि बिहार का युवा बदलाव चाहता है।'
तेजस्वी यादव का संदेश
तेजस्वी यादव ने डाला वोट
महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने वोट डालने के बाद कहा, 'बदलाव कीजिए, नया बिहार बनाइए, नई सरकार बनाइए। 14 नवंबर को नई सरकार बनने वाली है।' तेजस्वी यादव इस बार राघोपुर सीट से लगातार तीसरी बार जीतने की कोशिश कर रहे हैं। उनके सामने बीजेपी के सतीश कुमार हैं, जिन्होंने 2010 में उनकी मां राबड़ी देवी को हराया था।
प्रधानमंत्री की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की अपील
पहले चरण में 121 सीटों के लिए मतदान हो रहा है, जिसमें 3.75 करोड़ मतदाता 1,314 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। वोटिंग 45,341 मतदान केंद्रों पर हो रही है, जिनमें से अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मतदाताओं से उत्साहपूर्वक मतदान की अपील करते हुए कहा, 'आज बिहार में लोकतंत्र के उत्सव का पहला चरण है। सभी मतदाता पूरे जोश से वोट डालें।' उन्होंने युवाओं को बधाई देते हुए कहा, 'पहला वोट, फिर जलपान!'
रक्षा मंत्री का संदेश
क्या बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मतदाताओं से लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। तेजस्वी यादव ने कहा, 'मतदान लोकतंत्र, संविधान और मानवता के लिए बेहद जरूरी है।' बिहार की राजनीति में इस बार का चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि जनता के मूड में बदलाव का संकेत माना जा रहा है। अब देखना यह है कि 14 नवंबर को किसके सिर सजेगा सत्ता का ताज।
