भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी

भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव की ताजा जानकारी
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव अपडेट: भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कब मिलेगा? इस पर हालिया जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि भाजपा जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया आरंभ करेगी, क्योंकि पार्टी ने 16 राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। भाजपा के संविधान के अनुसार, नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए 19 प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव अनिवार्य है। आज तीन और राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ ही भाजपा नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की आवश्यक शर्त को पूरा कर लेगी। इसके बाद पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
16 राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति
यह ध्यान देने योग्य है कि भाजपा ने 16 राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिए हैं। कुछ राज्यों में पुराने अध्यक्षों को फिर से जिम्मेदारी सौंपी गई है। आज महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। अगले कुछ दिनों में कर्नाटक और मध्य प्रदेश को भी नए अध्यक्ष मिल जाएंगे। जैसे-जैसे नए अध्यक्षों की चयन प्रक्रिया पूरी हो रही है, भाजपा के लिए जुलाई में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव करने का मार्ग प्रशस्त हो रहा है, और इस महीने में नए अध्यक्ष की नियुक्ति की संभावना बढ़ गई है।
नए अध्यक्षों की नियुक्ति
वीपी रामलिंगम को पुडुचेरी और के बेचुआ को मिजोरम का भाजपा अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। तेलंगाना में रामचंद्र राव और आंध्र प्रदेश में पीवीएन माधव को जिम्मेदारी सौंपी गई है। महाराष्ट्र का प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण बने हैं, जबकि उत्तराखंड में राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ही अध्यक्ष बने रहेंगे।
जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त
यह भी जानना महत्वपूर्ण है कि जेपी नड्डा को 2019 में भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। पहले अमित शाह के गृह मंत्री बनने पर उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया और फिर जनवरी 2020 में उन्हें सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। उनका कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त होना था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 तक उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया गया।
लोकसभा चुनाव के बाद उन्हें मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया, जिससे पार्टी को नए अध्यक्ष की आवश्यकता महसूस हुई। हालांकि, कुछ राज्यों में चुनाव के कारण नए प्रदेश अध्यक्ष नहीं चुने जा सके। भाजपा के संविधान के अनुसार, नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी होगा जब आधे से अधिक राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव हो चुका हो।