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भाजपा विधायक के बेटे की ट्रैफिक सिपाही से बहस: क्या है पूरा मामला?

उत्तर प्रदेश के हाथरस में भाजपा विधायक ऋषिपाल सिंह के बेटे चौधरी तपेश और ट्रैफिक सिपाही एसपी सिंह के बीच हुई बहस ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। एक स्कॉर्पियो कार के अवैध खड़े होने पर हुई इस बहस का वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें तपेश ने सिपाही से अभद्रता की। सिपाही ने संयम से अपनी ड्यूटी निभाई और वीडियो बनाकर स्थिति को रिकॉर्ड किया। यह घटना सत्ता और कर्तव्य के बीच के टकराव को दर्शाती है। जानें इस विवाद के सभी पहलुओं के बारे में।
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भाजपा विधायक के बेटे की ट्रैफिक सिपाही से बहस: क्या है पूरा मामला?

हाथरस में विवादास्पद घटना

BJP MLC Son Hathras Incident : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में सासनी कोतवाली चौराहे पर एक विवाद ने राजनीतिक और पुलिस विभाग में हलचल मचा दी है। यहां भाजपा के एमएलसी ऋषिपाल सिंह के बेटे चौधरी तपेश और ट्रैफिक सिपाही एसपी सिंह के बीच एक सार्वजनिक बहस हुई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें विधायक के बेटे को ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते और पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता करते हुए देखा जा सकता है.


स्कॉर्पियो कार का विवाद

कार पर 'विधायक' लिखा और भाजपा का झंडा
यह मामला तब शुरू हुआ जब एक स्कॉर्पियो कार, जिस पर 'विधायक' लिखा था और भाजपा का झंडा लगा हुआ था, को हाईवे के किनारे अवैध रूप से खड़ा किया गया। कार में मौजूद चौधरी तपेश ने कार से बाहर निकलने के बजाय ट्रैफिक को जाम लगने दिया। जब ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक कांस्टेबल एसपी सिंह ने उन्हें कार हटाने के लिए कहा, तो तपेश भड़क गए और सिपाही से अभद्रता करने लगे.


गुंडागर्दी का वीडियो

"चल हट, भाग यहां से"
वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि तपेश ने सिपाही से कहा – “चल हट, भाग यहां से।” इस पर ट्रैफिक सिपाही ने संयम से जवाब दिया कि वह 55 वर्ष के हैं, और तपेश इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग करके अपने पिता की छवि को धूमिल कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जाम की स्थिति में पुलिस को अपना काम करने दिया जाए और किसी की राजनीतिक पहचान के आधार पर कानून का उल्लंघन नहीं किया जा सकता.


सिपाही ने वीडियो बनाया

वीडियो बना कर सिपाही ने दी चेतावनी
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सिपाही ने पूरे घटनाक्रम को अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया और तपेश को सख्त लहजे में समझाया कि वह जनता की परेशानी का कारण बन रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह वीडियो वे फेसबुक पर डालेंगे और यह साबित करेंगे कि कौन कैसे सत्ता का दुरुपयोग कर रहा है। सड़क पर लंबा ट्रैफिक जाम लगा रहा, लोग हॉर्न बजाते रहे, लेकिन कार हटाने की बजाय कहासुनी चलती रही.


सिपाही की गरिमा

पुलिसकर्मी की गरिमा के साथ निभाई ड्यूटी 
सिपाही एसपी सिंह ने पूरी गरिमा के साथ अपनी ड्यूटी निभाई और तपेश की बदसलूकी का विरोध किया। वहीं तपेश ने “देख लेंगे” जैसी धमकी भी दी, जो वीडियो में दर्ज है। स्थिति को काबू में करने के लिए मौके पर अन्य पुलिसकर्मी भी पहुंचे और तपेश को समझाने का प्रयास किया.


सत्ता और जिम्मेदारी का टकराव

सत्ता की गरमी बनाम जिम्मेदारी की ठंडक
यह मामला दर्शाता है कि सत्ता के प्रभाव में कुछ लोग किस तरह से कानून और व्यवस्था की अनदेखी करते हैं। वहीं ट्रैफिक सिपाही एसपी सिंह ने जिस तरह संयम और समझदारी से हालात को संभाला, वह प्रशंसा के योग्य है। यह वीडियो सिर्फ एक बहस नहीं, बल्कि सत्ता और कर्तव्य के बीच का स्पष्ट टकराव है, जिसमें जनता ने देखा कि किस तरह एक आम सिपाही ने जनहित में सत्ता के आगे सिर झुकाने से इनकार कर दिया.