भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में सकारात्मक प्रगति

भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता का सकारात्मक माहौल
भारत और अमेरिका के व्यापार वार्ता: भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर चर्चा वर्तमान में एक सकारात्मक और सहयोगात्मक वातावरण में चल रही है। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि किसी भी समझौते पर हस्ताक्षर तभी होंगे जब भारत के किसानों, मछुआरों और MSME क्षेत्र के हितों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
गोयल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वार्ता का माहौल बहुत अच्छा है और व्यापारिक समझौतों के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कई मुद्दों पर सहमति बन चुकी है और अधिकारी जल्द ही निर्णय की घोषणा करेंगे। भारत की टीम, जिसका नेतृत्व वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल कर रहे थे, हाल ही में अमेरिका से तीन दिन की वार्ता के बाद लौट आई है।
किसानों, मछुआरों और MSME के हितों की सुरक्षा
गोयल ने किसानों और MSME के हितों की सुरक्षा पर जोर दिया: उन्होंने कहा कि भारत के किसानों, मछुआरों और MSME क्षेत्र के हितों की रक्षा करना प्राथमिकता है। अमेरिका कृषि क्षेत्र में कुछ छूट चाहता है, लेकिन भारत ने स्पष्ट किया है कि यह किसी भी समझौते की शर्त नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, 'जब तक देश के हित पूरी तरह सुरक्षित नहीं होंगे, तब तक कोई समझौता नहीं किया जाएगा।'
भारत की आर्थिक प्रगति और अंतरराष्ट्रीय स्थिति
गोयल ने भारत की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डाला: उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, भारत तेजी से प्रगति कर रहा है। IMF ने भारत की इस वर्ष की वृद्धि दर को 6.6 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, जबकि पहली तिमाही में 7.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यह आर्थिक मजबूती व्यापार वार्ता में भारत की स्थिति को और मजबूत बनाती है।
भारत और अमेरिका के व्यापार समझौते का लक्ष्य
व्यापार समझौते की पृष्ठभूमि: फरवरी 2025 में, भारत और अमेरिका के नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के लिए अधिकारियों को बातचीत करने का निर्देश दिया था। यह समझौता 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 191 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करने का लक्ष्य रखता है। हाल ही में मोदी और ट्रंप के बीच फोन वार्ता ने बातचीत के सकारात्मक परिणाम की उम्मीद को बढ़ाया है।