भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता जल्द होने की संभावना
व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार का बयान
वाशिंगटन: अमेरिका के व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट ने संकेत दिया है कि भारत के साथ व्यापार समझौता शीघ्र ही संभव है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच मित्रता मजबूत है और ट्रंप प्रशासन इस समझौते को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण रखता है। हैसेट ने कहा, “हम आशान्वित हैं। भारत हमारा मित्र है और हमें उम्मीद है कि बातचीत जल्द ही सफल होगी।”
भारत-रूस संबंधों का प्रभाव
हैसेट ने यह भी बताया कि स्थिति थोड़ी जटिल है, क्योंकि भारत के रूस के साथ गहरे संबंध हैं। भारत और अमेरिका के रिश्तों में कई पहलू हैं, जो स्थिति को और जटिल बनाते हैं। इसी दिन, भारत के वाणिज्य सचिव राजेश अग्रवाल ने भी बताया कि व्यापार समझौता अंतिम चरण में है।
बातचीत की प्रगति
अग्रवाल ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर नियमित ऑनलाइन बैठकें कर रहे हैं। हालांकि कोई निश्चित समय सीमा नहीं है, लेकिन बातचीत का पहला चरण तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछले सप्ताह, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के लिए सकारात्मक संकेत दिए थे, जिससे व्यापार समझौते की संभावना बढ़ी है।
ट्रंप का बयान
ट्रंप ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बातचीत “बहुत अच्छी” चल रही है और अगले वर्ष दिल्ली की यात्रा की योजना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत पर लगाए गए शुल्क को भविष्य में कम किया जा सकता है। ट्रंप ने यह भी बताया कि भारत के साथ एक ऐसा समझौता होने के करीब हैं, जो सभी के लिए फायदेमंद होगा।
भारत की स्थिति
हालांकि कुछ भारतीय अधिकारी समझौते को लेकर आशान्वित हैं, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने स्पष्ट किया कि भारत अन्य देशों के साथ व्यापार समझौतों में किसानों, डेयरी क्षेत्र और श्रमिकों के हितों से समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत एक न्यायसंगत और संतुलित व्यापार समझौता चाहता है, और इसका समय दोनों देशों की तैयारी पर निर्भर करेगा। गोयल ने कहा कि व्यापार समझौता कल, अगले महीने या अगले वर्ष भी हो सकता है। इस बीच, भारत अमेरिका से तेल और गैस की खरीद बढ़ा रहा है, ताकि व्यापार संतुलन बेहतर हो सके।
