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भारत और रूस के बीच बढ़ती बातचीत: एनएसए डोभाल का दौरा

भारत और रूस के बीच हालिया बातचीत ने दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत किया है। एनएसए अजित डोभाल का रूस दौरा महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा के लिए हुआ, जिसमें रक्षा और रणनीतिक सहयोग शामिल हैं। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भारत आने का निमंत्रण भी दिया। जानें इस दौरे की अहमियत और बातचीत के मुख्य बिंदु।
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भारत और रूस के बीच बढ़ती बातचीत: एनएसए डोभाल का दौरा

भारत की रूस के साथ बढ़ती बातचीत

भारत ने रूस से तेल खरीद को लेकर उठे विवाद के बाद अपनी बातचीत को और बढ़ा दिया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल हाल ही में रूस पहुंचे, जहां उन्होंने रूस के पहले उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव से मुलाकात की। इस बैठक में रक्षा और रणनीतिक परियोजनाओं पर चर्चा की गई।
इससे पहले, शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत की, जिसमें व्यापार, आर्थिक और निवेश सहयोग पर चर्चा की गई। पुतिन ने मोदी को यूक्रेन के हालात के बारे में भी जानकारी दी। डोभाल का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे पहले 7 अगस्त को उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन और सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से भी बातचीत की थी।


डिफेंस सेक्टर को मिलेगा बढ़ावा

डेनिस मंटुरोव के साथ बैठक में डोभाल ने डिफेंस और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की। द्विपक्षीय सैन्य-तकनीकी सहयोग के तहत कई मुद्दों पर बातचीत हुई। दोनों पक्षों ने नागरिक विमानन, धातु विज्ञान और रासायनिक उद्योग जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में संयुक्त परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।


पुतिन को भारत आने का निमंत्रण

विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को यूक्रेन से संबंधित नए घटनाक्रमों से अवगत कराया। उन्होंने भारत और रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। पीएम मोदी ने पुतिन को इस साल के अंत में होने वाले 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत आने का निमंत्रण दिया।


पीएम मोदी और पुतिन की बातचीत का सारांश

8 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच फोन पर बातचीत हुई। पीएम मोदी ने एक्स प्लेटफॉर्म पर साझा की गई जानकारी में बताया कि उनकी बातचीत बहुत अच्छी और विस्तृत रही। पुतिन ने उन्हें यूक्रेन युद्ध के ताजा हालात के बारे में बताया और द्विपक्षीय एजेंडे में प्रगति की समीक्षा की। पीएम मोदी ने कहा कि वे राष्ट्रपति पुतिन की मेजबानी करने के लिए उत्सुक हैं।