भारत की UNSC स्थायी सदस्यता के लिए जर्मनी का समर्थन

प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीति का प्रभाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक रणनीति एक बार फिर सफल होती दिख रही है। भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता दिलाने के प्रयासों को हाल ही में एक महत्वपूर्ण समर्थन प्राप्त हुआ है। एक प्रमुख देश ने भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है, जिससे भारत की अंतरराष्ट्रीय स्थिति और मजबूत हुई है।जर्मनी ने हाल ही में भारत को UNSC में स्थायी सदस्य बनाने की वकालत की है। जर्मनी का मानना है कि भारत जैसे बड़े और लोकतांत्रिक देश को इस परिषद में स्थायी स्थान मिलना चाहिए, क्योंकि यह न केवल एशिया बल्कि पूरी दुनिया की आवाज़ को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करेगा।
भारत की UNSC में स्थायी सदस्यता की दावेदारी के पीछे कई कारण हैं। इनमें शामिल हैं: भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था, वैश्विक मंचों पर शांति स्थापना में योगदान, दुनिया की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रणाली, और रक्षा, विज्ञान तथा तकनीक के क्षेत्र में बढ़ती क्षमताएँ।
प्रधानमंत्री मोदी की सक्रिय कूटनीति और वैश्विक नेताओं के साथ मजबूत संबंध इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अमेरिका, फ्रांस, रूस और अब जर्मनी जैसे देश भारत की भूमिका को महत्व दे रहे हैं। इससे यह उम्मीद की जा रही है कि निकट भविष्य में भारत को UNSC में स्थायी सीट मिल सकती है।