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भारत की सबसे सुरक्षित एयरलाइंस: हालिया विमान दुर्घटनाओं का विश्लेषण

हाल ही में अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुर्घटना ने भारत में विमानन सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। इस हादसे में केवल एक यात्री बचा, जबकि अन्य 241 लोग प्रभावित हुए। टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान सुरक्षा के मुद्दे, एयर ट्रैफिक कंट्रोल की भूमिका, और एयर इंडिया के रखरखाव रिकॉर्ड पर चर्चा की गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि एयरलाइंस को अपने सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की आवश्यकता है। जानें इस घटना के पीछे की तकनीकी खामियां और डीजीसीए के दिशा-निर्देश।
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भारत की सबसे सुरक्षित एयरलाइंस: हालिया विमान दुर्घटनाओं का विश्लेषण

भारत में हालिया विमान दुर्घटना

भारत में विमानन सुरक्षा पर सवाल: 12 जून 2025 को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, एक बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, टेकऑफ के तुरंत बाद मेघानी नगर के रिहायशी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में चालक दल के सदस्यों सहित 242 यात्रियों में से केवल एक यात्री, रमेश विश्वास कुमार, बचा है। यह घटना भारत में हाल के वर्षों में सबसे गंभीर विमान दुर्घटनाओं में से एक है, जिसने डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) के दिशा-निर्देशों, एयर इंडिया की सुरक्षा मानकों, बोइंग 787 की तकनीकी समस्याओं, और हवाई अड्डों की रिहायशी इलाकों के निकटता पर सवाल उठाए हैं।


टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान सुरक्षा

विमानन विशेषज्ञों के अनुसार, टेकऑफ और लैंडिंग के समय दुर्घटनाओं का जोखिम सबसे अधिक होता है। 2023 में एविएशन सेफ्टी नेटवर्क के आंकड़ों के अनुसार, विश्वभर में 104 विमान हादसे हुए, जिनमें से 37 टेकऑफ के दौरान हुए। अहमदाबाद हादसे में, विमान ने 1:38 बजे टेकऑफ किया और केवल 51 सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे पायलटों को स्थिति को संभालने का समय नहीं मिला। यह घटना दर्शाती है कि टेकऑफ के समय त्वरित प्रतिक्रिया और तकनीकी विश्वसनीयता कितनी महत्वपूर्ण होती है।


एयर ट्रैफिक कंट्रोल की भूमिका

इस हादसे ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। पायलट ने दुर्घटना से पहले मेडे कॉल दी थी, लेकिन ATC से उनका संपर्क टूट गया। विशेषज्ञों का मानना है कि बेहतर संचार प्रणाली और आपातकालीन प्रोटोकॉल दुर्घटनाओं को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके लिए ATC को वास्तविक समय में डेटा विश्लेषण और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है।


एयर इंडिया का अधिग्रहण और सुरक्षा रिकॉर्ड

एयर इंडिया का सुरक्षा रिकॉर्ड मिश्रित रहा है। 2022 में टाटा समूह द्वारा अधिग्रहण के बाद, एयरलाइन ने अपने बेड़े के आधुनिकीकरण और रखरखाव में सुधार करने का प्रयास किया है। टाटा ने रखरखाव प्रक्रियाओं को मजबूत करने और प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित किया है। AirlineRatings.com ने 2025 में एयर इंडिया को 7/7 सुरक्षा रेटिंग दी, लेकिन 2023 में डीजीसीए ने एयर इंडिया के 13 फर्जी सुरक्षा ऑडिट का खुलासा किया। इसके अलावा, 2013-2022 के बीच इसके छह विमान हादसों में शामिल होने की जानकारी भी सामने आई है।


एयर इंडिया का रखरखाव रिकॉर्ड

एयर इंडिया का इतिहास विमान हादसों से भरा रहा है। 1978 में मुंबई के पास बोइंग 747 का हादसा, 1985 में खालिस्तान आतंकी हमले में फ्लाइट 182 का विस्फोट, और 2020 में कोझीकोड में बोइंग 737 का हादसा इसके उदाहरण हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि हाल की मरम्मत में तकनीकी चूक हो सकती है।


रिहायशी इलाकों में हवाई अड्डों का खतरा

मेघानी नगर में हुई दुर्घटना ने रिहायशी इलाकों के पास हवाई अड्डों की सुरक्षा पर बहस छेड़ दी है। इस हादसे में विमान एक मेडिकल हॉस्टल से टकराया, जिसमें 40 से अधिक लोग घायल हुए। डॉक्टर्स का कहना है कि हवाई अड्डों के पास रहने से शोर प्रदूषण, वायु गुणवत्ता में कमी, और श्वसन रोगों का जोखिम बढ़ता है। इसके साथ ही, रिहायशी इलाकों में विमान दुर्घटनाओं का खतरा यात्रियों और वहां रहने वाले लोगों के लिए भी गंभीर हो सकता है।


बोइंग 787 की तकनीकी खामियां

हालांकि बोइंग 787 ड्रीमलाइनर को आधुनिक और सुरक्षित विमान माना जाता है, लेकिन अहमदाबाद हादसे ने इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि बोइंग 787 के पुर्जों में गुणवत्ता नियंत्रण की कमी रही है। प्रारंभिक जांच में AI-171 के इंजन में तकनीकी खराबी की बात सामने आई है, हालांकि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर में कोई स्पष्ट गड़बड़ी नहीं मिली है।


डीजीसीए के दिशा-निर्देश

नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) भारत में विमानन सुरक्षा को नियंत्रित करता है। इसके प्रमुख दिशा-निर्देशों में सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट्स (CAR) शामिल हैं, जो विमान और पुर्जों की निरंतर हवाई योग्यता सुनिश्चित करते हैं। इसके अलावा, पायलटों और रखरखाव इंजीनियरों के लिए प्रशिक्षण और लाइसेंसिंग मानक भी निर्धारित किए गए हैं।


भारत की एयरलाइंस की सुरक्षा स्थिति

इंडिगो: 285 विमान, 7/7 रेटिंग, कोई घातक हादसा नहीं।
एयर इंडिया: 140 विमान, 2013-2022 में छह हादसे।
एयर इंडिया एक्सप्रेस: 26 विमान, मध्यम सुरक्षा रिकॉर्ड।
स्पाइसजेट: 60 विमान, कोई घातक हादसा नहीं।
विस्तारा: 7/7 रेटिंग, कोई घातक हादसा नहीं।
आकासा एयरलाइन: 20 विमान, मजबूत प्रारंभिक रिकॉर्ड।
एलायंस एयर: 20 विमान, कोई घातक हादसा नहीं।
गो फर्स्ट: 2023 से परिचालन बंद।