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भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर किया हमला

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर बमबारी की, जिसका उद्देश्य पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध लेना था। इस दौरान पाकिस्तान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सीजफायर की गुहार लगाई। वरिष्ठ पत्रकार निजाम सेठी ने इस मामले में कई खुलासे किए हैं, जिसमें पाकिस्तान के दावों का खंडन किया गया है। जानें इस ऑपरेशन के पीछे की पूरी कहानी और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया।
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भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर किया हमला

ऑपरेशन सिंदूर का परिचय

ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम में हुए आतंकी हमले का प्रतिशोध लेते हुए भारत ने ऑपरेशन सिंदूर का संचालन किया, जिसमें पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों पर बमबारी की गई। इसके बाद पाकिस्तान की सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें कई क्षेत्रों में ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए गए। भारतीय सेना ने मुनीर की सेना को कड़ा जवाब देते हुए उन्हें कमजोर कर दिया। हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने अपनी जनता को एक अलग कहानी सुनाई है। लेकिन अब उनके देश के एक नागरिक ने इस झूठ का पर्दाफाश कर दिया है।


पाकिस्तान ने ट्रंप के सामने गिड़गिड़ाया

भारत के डर से ट्रंप के आगे गिड़गिड़ाया पाक

ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार निजाम सेठी ने शहबाज और मुनीर के झूठ का खुलासा किया है। उन्होंने इस्लामाबाद के दावों का खंडन करते हुए बताया कि पाकिस्तान ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से सीजफायर की मांग की थी। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि चार दिनों तक चले सैन्य तनाव के दौरान पाकिस्तान ने पर्दे के पीछे काफी प्रयास किए थे।


ट्रंप और पाकिस्तान के दावों का भारत ने किया खंडन

ट्रंप-पाक के दावों को भारत ने नकारा

निजाम सेठी ने कहा कि ट्रंप का ध्यान आकर्षित करने के लिए पाकिस्तान को काफी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने ट्रंप के संघर्ष विराम के दावों को हमेशा नकारा है। नई दिल्ली ने स्पष्ट किया है कि यह संघर्ष विराम पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ है, और इसमें किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता नहीं थी। भारत के हाथों हार का सामना करने के बाद, सेना प्रमुख असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया। इसके बाद मुनीर अमेरिका जाकर ट्रंप से भी मिले।