भारत पर अमेरिका का 25% टैरिफ: ट्रंप की नीति और चीन की प्रतिक्रिया
अमेरिका ने हाल ही में भारत पर 25% का टैरिफ लगाया है, जिससे द्विपक्षीय व्यापार में तनाव बढ़ सकता है। ट्रंप का यह निर्णय भारत की कंपनियों पर बैन के साथ आया है, जबकि चीन ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। जानें इस मुद्दे पर भारत सरकार की क्या प्रतिक्रिया है और ट्रंप की नीति का क्या प्रभाव पड़ेगा।
Jul 31, 2025, 15:51 IST
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अमेरिका द्वारा भारतीय कंपनियों पर बैन
हाल ही में अमेरिका ने सात भारतीय कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया है, जबकि ट्रंप प्रशासन ने भारत पर 25 प्रतिशत का टैरिफ भी लगाया है। डोनाल्ड ट्रंप का मानना है कि इस टैरिफ के जरिए उन्होंने भारत को नुकसान पहुँचाया है, लेकिन कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी इसे आत्मनिर्भर भारत की ताकत के रूप में देख रहे हैं। इस बीच, चीन ने ट्रंप की टैरिफ नीति पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने अमेरिका के उस सुझाव पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है जिसमें कहा गया था कि यदि चीन रूसी तेल खरीदता रहा, तो टैरिफ में वृद्धि की जाएगी। चीन ने स्पष्ट किया कि दबाव और जबरदस्ती से कुछ हासिल नहीं होगा।
चीन की प्रतिक्रिया
अमेरिका की ओर से पहले चेतावनी दी गई थी, जिसके बाद चीन ने जवाब दिया। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने कहा कि चीन हमेशा अपने राष्ट्रीय हितों के अनुसार ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि टैरिफ युद्धों में कोई विजेता नहीं होता और चीन अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और विकास के हितों की रक्षा करेगा।
भारत की प्रतिक्रिया
अमेरिका द्वारा 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के निर्णय पर भारत ने सक्रियता दिखाई है। भारत सरकार ने एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि उसने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान पर ध्यान दिया है और इसके परिणामों का अध्ययन कर रही है। सरकार ने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, भारत में ट्रंप के फैसले पर चर्चा के लिए बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है।
ट्रंप का टैरिफ निर्णय
डोनाल्ड ट्रंप ने 25 प्रतिशत का टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जो 1 अगस्त 2025 से लागू होगा। यह निर्णय भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक और व्यापारिक संबंधों में तनाव पैदा कर सकता है। ट्रंप ने भारत के चीन और रूस के साथ व्यापार करने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि भारत हमारा मित्र है, लेकिन उनके ऊंचे टैरिफ और रूस से सैन्य उपकरणों और ऊर्जा की खरीद ने उनकी नीतियों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इस आधार पर उन्होंने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ और एक अतिरिक्त पैनल्टी लगाने का ऐलान किया है।