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भारत-पाकिस्तान तनाव: ऑपरेशन सिंदूर और चीन की भूमिका

22 अप्रैल 2025 को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद ने भारत में एक बड़ा संकट उत्पन्न किया। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसमें आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया गया। इस बीच, पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसिम मुनीर ने चीन की मदद को नकारते हुए भारत के खिलाफ अल्लाह की मदद का जिक्र किया। जानें इस संघर्ष में चीन की भूमिका और पाकिस्तान की वर्तमान स्थिति के बारे में।
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भारत-पाकिस्तान तनाव: ऑपरेशन सिंदूर और चीन की भूमिका

22 अप्रैल 2025 का आतंकवादी हमला

22 अप्रैल 2025 की तारीख भारतीय नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 हिंदुओं की हत्या की। इस घटना के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके तहत 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया। इस ऑपरेशन में आतंकियों के ठिकानों को महज आधे घंटे में नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत पर ड्रोन हमले की कोशिश की।


भारत की जवाबी कार्रवाई

भारत ने पाकिस्तान के 13 एयरबसेस को नष्ट कर दिया, और इसकी तस्वीरें दुनिया के सामने पेश की गईं। हालांकि, पाकिस्तान ने भी दावा किया कि उसने कई भारतीय राफेल विमानों को गिराया है, लेकिन जब तस्वीरें मांगी गईं, तो उनके रक्षा मंत्री ने सोशल मीडिया का हवाला दिया। आसिम मुनीर, जो भारत के खिलाफ साजिशों में शामिल था, को पाकिस्तान का फील्ड मार्शल बना दिया गया। इसके बाद, शहबाज शरीफ की विदेश यात्राएं कम हो गईं।


चीन की भूमिका पर सवाल

हाल ही में, मुनीर ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में चीन ने कोई मदद नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के खिलाफ लड़ाई में अल्लाह की मदद थी, लेकिन पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। बलूचिस्तान में बलोच विद्रोही पाकिस्तानी सैनिकों पर हमले कर रहे हैं, और खैबर पख्तूनवा में टीटीपी के लोग भी सक्रिय हैं।


चीन और पाकिस्तान के संबंध

इस बीच, चर्चा है कि मुनीर खुद को चीन से भी बड़ा समझने लगा है। सभी जानते हैं कि चीन ने पाकिस्तान को सक्रिय सहायता प्रदान की थी, जिसमें भारत के विमानों की स्थिति की जानकारी शामिल थी। चीन ने पाकिस्तान को रियल टाइम इंटेलिजेंस और नाटो शैली की हवाई रणनीतियों की ट्रेनिंग भी दी।