भारत बना दुनिया की स्किल कैपिटल: पीएम मोदी का बयान
इंडो-रूस संबंधों की नई दिशा
कहा, इंडो-रूस संबंध को-इनोवेशन, को-प्रोडक्शन और को-क्रिएशन पर आधारित
नई दिल्ली में पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने शुक्रवार को भारत मंडपम में इंडो-रूस बिजनेस फोरम में भाग लिया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने बताया कि दोनों देश मिलकर वैक्सीन और कैंसर की दवाओं का विकास करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया की स्किल कैपिटल के रूप में उभर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं को रूसी भाषा में प्रशिक्षित करके एक कुशल कार्यबल तैयार किया जा सकता है, जो दोनों देशों के विकास में सहायक होगा। इसके अलावा, उन्होंने पर्यटक वीजा से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी दी, जो दोनों देशों के नागरिकों के लिए फायदेमंद होंगे।
वैश्विक चुनौतियों का स्थाई समाधान जरूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक चुनौतियों के स्थायी समाधान की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि हमें इन समस्याओं के लिए दीर्घकालिक समाधान विकसित करने होंगे। पुतिन की उपस्थिति में, उन्होंने भारत में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के सिद्धांत पर तेजी से कार्य करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि भारत और रूस स्वास्थ्य क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
एक-दूसरे पर भरोसा ही हमारी ताकत
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन द्वारा इतने बड़े रूसी प्रतिनिधिमंडल को भारत लाना एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि भारत-रूस संबंधों की नींव आपसी विश्वास पर आधारित है, जो हमारी साझेदारी की सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने यह भी बताया कि भारत और यूरेशियन इकोनॉमिक यूनियन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर बातचीत शुरू हो गई है।
