भारत सरकार का 'ऑपरेशन सिंधु': ईरान से 290 भारतीयों की सुरक्षित वापसी

ईरान से भारतीयों की सुरक्षित वापसी
नई दिल्ली। शनिवार को 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत तीसरी उड़ान नई दिल्ली पहुंची, जिसमें 290 भारतीय नागरिक शामिल थे। इनमें से 190 लोग जम्मू-कश्मीर के थे। सभी ने अपने देश लौटने पर खुशी व्यक्त की और 'हिंदुस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए।
विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीवी और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने बताया कि विदेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की प्राथमिकता है। उनके मार्गदर्शन में 'ऑपरेशन सिंधु' की शुरुआत दो दिन पहले की गई थी। इस उड़ान में तेहरान से 290 यात्री लौटे हैं। हम ईरान की सरकार, आर्मेनिया और तुर्कमेनिस्तान के प्रति आभारी हैं, जिन्होंने हमारे नागरिकों को विशेष उड़ानों के माध्यम से आने-जाने में मदद की।
उन्होंने आगे कहा कि इस उड़ान में 290 यात्री थे, जिनमें 190 जम्मू और कश्मीर से थे। इसके अलावा हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक से भी लोग शामिल थे। उनकी मुस्कान हमारे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है।
अरुण कुमार चटर्जी ने बताया कि 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत इजरायल में फंसे भारतीय नागरिकों को वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने के लिए कहा गया है। रजिस्ट्रेशन के बाद, हम उनके लिए विशेष इवैक्यूएशन उड़ानों की व्यवस्था करेंगे।
यह अभी शुरू हुआ है, और हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे नागरिकों की सुरक्षा और भलाई का ध्यान रखा जाए।
ईरान से लौटने वाली एलिया वतूल ने कहा कि उन्हें भारत सरकार की ओर से फाइव स्टार होटल में ठहराया गया था। उन्हें डर था, लेकिन उन्हें विश्वास था कि भारत सरकार उनकी देखभाल कर रही है।
एक अन्य नागरिक मौलाना सैय्यद मोहम्मद सईद ने कहा कि ईरान में युद्ध के हालात हैं, लेकिन वहां के लोगों ने सहयोग किया। हमारे दूतावास और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हमें बहुत सहायता प्रदान की।
एक अन्य नागरिक ने बताया कि उनकी उड़ान 13 जून को थी, लेकिन हालात बिगड़ने के बाद भारतीय सरकार ने बेहतरीन इंतजाम किए और उन्हें सुरक्षित वापस लाया।
फिलहाल, जो भारतीय ईरान में फंसे हुए हैं, उन्हें भी वापस लाने की तैयारी चल रही है। भारत सरकार ने इजरायल में फंसे लोगों को भी जल्द वापस लाने का निर्णय लिया है।