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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: अमेरिका की नई टैरिफ दरों का प्रभाव

गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई, जिसका मुख्य कारण अमेरिका द्वारा भारत पर नई टैरिफ दरों का लागू होना है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में कमी देखी गई, जबकि कुछ कंपनियों ने लाभ भी दर्ज किया। इसके साथ ही, सोने और चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। जानें इस स्थिति के पीछे के कारण और बाजार की वर्तमान स्थिति के बारे में अधिक जानकारी।
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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट: अमेरिका की नई टैरिफ दरों का प्रभाव

शेयर बाजार में गिरावट का कारण


गुरुवार को, दो दिनों की बढ़त के बाद, भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई। अमेरिका ने भारत पर नई टैरिफ दरें लागू की हैं, जो 25 प्रतिशत होंगी और इसके साथ ही भारत को जुर्माना भी देना होगा। अमेरिका का यह निर्णय भारत द्वारा रूस से आयात जारी रखने के कारण लिया गया है। इस घोषणा के बाद, भारतीय शेयर बाजार में दबाव देखा गया, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट आई।


इस सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन, बीएसई सेंसेक्स 296.28 अंक या 0.36 प्रतिशत गिरकर 81,185.58 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान, यह 786.71 अंक या 0.96 प्रतिशत गिरकर 80,695.15 अंक तक पहुंच गया, लेकिन बाद में कुछ सुधार हुआ। एनएसई निफ्टी भी 86.70 अंक या 0.35 प्रतिशत गिरकर 24,768.35 अंक पर बंद हुआ।


कंपनियों में गिरावट और लाभ

इस दबाव के चलते सेंसेक्स की कई कंपनियों में गिरावट आई, जिनमें टाटा स्टील, सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, अडानी पोर्ट्स, एनटीपीसी और एशियन पेंट्स शामिल हैं। हालांकि, एफएमसीजी प्रमुख हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड ने 3.48 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, क्योंकि कंपनी ने वित्त वर्ष 26 की जून तिमाही में अपने समेकित शुद्ध लाभ में 5.97 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,768 करोड़ रुपये की वृद्धि की। इसके अलावा, इटरनल, आईटीसी, कोटक महिंद्रा बैंक और पावर ग्रिड भी लाभ में रहे।


सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के साथ-साथ, सर्राफा बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में कमी आई। दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 500 रुपये सस्ता होकर 98,520 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिका, जबकि चांदी 2,000 रुपये प्रति किलो सस्ती होकर 1,12,000 रुपये प्रति किलो पर बिकी।


विशेषज्ञों का मानना है कि रुपये में मजबूती और मांग में कमी इन दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट का मुख्य कारण है। बुधवार को, रुपये ने अपने सर्वकालिक निचले स्तर से रिकवरी की और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे मजबूत होकर 87.58 पर बंद हुआ।